नई दिल्ली/ लखनऊ। बसपा के पूर्व सांसद राकेश पांडे के बेटे आशीष पांडे ने
गैर जमानती वारंट (एनबीडब्ल्यू) जारी होने के एक दिन बाद गुरुवार को
दिल्ली की एक अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया।
आशीष पर दिल्ली के एक लग्जरी होटल में एक शख्स को बंदूक के दम पर धमकाने का
आरोप है। बसपा के पूर्व सांसद के बेटे आशीष पांडे ने गुरुवार सुबह
पटियाला हाउस कोर्ट में मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट धर्मेद्र सिंह के सामने
आत्मसमर्पण कर दिया।मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट अंबिका सिंह ने बुधवार को दिल्ली पुलिस की याचिका पर उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
दक्षिण
दिल्ली में रविवार को हयात रेजेंसी होटल के बाहर एक व्यक्ति और उसकी महिला
मित्र को बंदूक के दम पर धमकाने के लिए पांडे के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की
गई थी, जिसके बाद यह वारंट जारी किया गया।बचाव पक्ष के वकील एस.पी.एम. त्रिपाठी के मुताबिक, पांडे जमानत याचिका दाखिल कर सकते हैं।
सरेंडर करने से पूर्व आशीष पांडे ने कहा कि उन्होंने अपनी सुरक्षा के लिए बंदूक निकाली थी। उन्होंने कहा कि विरोधी पक्ष की तरफ से हुई गलत कार्रवाई को भी देखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मीडिया में मुझे इस तरह से पेश किया जा रहा है जैसे मैं एक आतंकवादी हूं। उन्होंने कहा कि उस दिन हुई घटना को मैं नकार नहीं रहा हूं। यह इतना बड़ा मामला बन गया है। इसकी जानकारी मुझे तीन दिन बाद मिली। इस घटना को सिर्फ एक पक्ष के नजरिए से ही देखा जा रहा है।
पांडे ने कहा कि यदि सीसीटीवी कैमरे की फुटेज निकाली जाए तो पता लगेगा कि लेडीज टॉयलट में क्या हुआ था, वहां कौन घुसा हुआ था। मैं यह मानता हूं कि अपनी सुरक्षा के लिए मैं लाइसेंस गन लेकर निकला था और मैंने किसी पर भी बंदूक नहीं तानी थी। मेरा हथियार पूरे समय मेरे पीछे है।
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