लखनऊ। भारतीय सेना की मध्य कमान ने शनिवार को लखनऊ में पैदल सेना दिवस (इन्फैंट्री डे) मनाया। मध्य कमांड के एक अधिकारी ने कहा कि आजादी के बाद पाकिस्तानी घुसपैठियों को खदेड़ने के लिए जम्मू एवं कश्मीर में पैदल सेना के नेतृत्व में सेना द्वारा पहली जीत हासिल करने के उपलक्ष्य में यह दिवस मनाया जाता है।
अक्टूबर 1947 में कबायलियों और सैनिकों की नवगठित पाकिस्तानी सेना ने जम्मू एवं कश्मीर राज्य पर हमला बोल दिया और श्रीनगर को संकट में डाल दिया। अधिकारी ने कहा कि 27 अक्टूबर 1947 को सिख रेजीमेंट की पहली बटालियन के बहादुर सैनिक श्रीनगर पहुंचे और घाटी की आजादी की कार्रवाई शुरू की। कार्यक्रम की शुरुआत लेफ्टिनेंट जनरल अभय कृष्णा, सेना के कमांडर, मध्य कमान और अन्य सैन्य अधिकारियों ने ‘स्मृतिका' युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
कृष्णा ने कहा कि पैदल सेना ने 1965 और 1971 में पाकिस्तान पर हमारी जीत में एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी। पैदल सेना ने भारत के दूरदराज और पहुंच से बाहर के हिस्से में हमारे नागरिकों के लिए कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का भी जिम्मा संभाला था।
-आईएएनएस
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