लखनऊ । फैजाबाद की बीकापुर विधानसभा
सीट के पूर्व विधायक जितेंद्र सिंह उर्फ बबलू ने बुधवार को भारतीय जनता
भाजपा की सदस्यता ले ली। जितेंद्र सिंह बबलू का भाजपा में आना इसलिए चर्चा
में है क्योंकि वह रीता बहुगुणा जोशी के घर जलाने वाले कांड में आरोपी हैं।
उनके शामिल होने पर प्रयाग से सांसद रीता जोशी ने आपत्ति दर्ज कराते हुए
उनकी सदस्यता रद्द करने की मांग उठाई है।
जितेंद्र सिंह 2007 के विधानसभा चुनाव में बसपा के टिकट पर चुनाव जीतकर
विधानसभा पहुंचे थे। इसके बाद तत्कालीन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ रीता
बहुगुणा जोशी की तरफ से तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती के खिलाफ कथित तौर पर
की गयी एक अभद्र टिप्पणी के बाद उनके घर को जलाये जाने की कोशिश की गयी
थी, जिसका आरोप बसपा विधायक बबलू सिंह पर लगा था। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
15 जुलाई
2009 को रीता बहुगुणा जोशी के घर को जलाये जाने के मामले में जितेंद्र सिंह
पर हुसैनगंज थाने में एक एफआईआर भी दर्ज हुई थी। जांच में उनका नाम सामने
आने के बाद बबलू की गिरफ्तारी भी हुई थी। यहां यह बताना जरूरी है कि उस समय
प्रेमप्रकाश लखनऊ के एसएसपी और हरीश कुमार एसपी पूर्वी थे। इस मामले बबलू
के अलावा बसपा नेता इंतजार आब्दी का नाम भी सामने आया था। तब राज्य सरकार
ने आब्दी को राज्यमंत्री का दर्जा भी दिया था। इससे पहले बसपा सरकार में
जितेंद्र सिंह उर्फ बबलू को वाई श्रेणी की सुरक्षा भी दी गयी थी। अयोध्या
के रहने वाले जितेंद्र सिंह उर्फ बबलू 2007 में विधायक बने। बाद में बसपा
से निकाले जाने बाद वह पीस पार्टी में शामिल हो गये थे।
जितेंद्र
सिंह के भाजपा में शामिल होने पर प्रयागराज की सांसद रीता जोशी ने एक
वीडियो जारी कर कहा कि सोशल मीडिया में जितेंद्र सिंह बबलू के पार्टी में
शामिल होने की खबर से हतप्रभ हूं। क्योंकि मुझे अच्छे से याद है कि जुलाई
2009 में मेरा घर जलाए जाने की अगुवाई करने वाले जितेंद्र सिंह थे। उनके
आरोप फ्रेम भी हो चुके है। इन्होंने पार्टी को गफलत में रखा सच्चाई नहीं
बताई और पार्टी ज्वाइन कर ली। भाजपा के दरवाजे सभी के लिए खुले रहते हैं।
मुझे पूर्ण विश्वास है प्रदेश अध्यक्ष जी को यह जानकारी नहीं रही होगी यह
मेरा घर जलाने में आरोपित हैं। इस सिलसिले में मैं प्रदेश अध्यक्ष और
राष्ट्रीय अध्यक्ष से अपील करूंगी कि इनकी सदस्यता समाप्त की जाए।
इधर
कुछ महीनों से जितेंद्र सिंह लगातार भाजपा में संपर्क बनाये हुए थे, लेकिन
पार्टी तय नहीं कर पा रही थी कि इन्हें शामिल किया जाये या नहीं। वहीं आज
अचानक एक कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह की उपस्थिति में
पार्टी में उनको शामिल कर लिया गया। पूर्व विधायक बबलू सिंह के अलावा
लालगंज आजमगढ़ से कांग्रेस के पूर्व लोकसभा प्रत्याशी पंकज मोहन सोनकर,
सेवानिवृत्त पूर्व एयर कमोडोर श्याम शंकर तिवारी, बसपा के पूर्व
कोआर्डिनेटर मनोज शर्मा, आगरा की समाजसेविका बीना लवानिया और रायबरेली से
बसपा के पूर्व लोकसभा प्रत्याशी प्रवेश सिंह आज भाजपा में शामिल हो गऐ।
इस
मौके पर प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने विभिन्न राजनैतिक दलों व
सामाजिक क्षेत्र से आये नेताओं व समाजसेवियों को भाजपा में शामिल करते हुए
कहा कि भाजपा की गौरवशाली परंपरा में जनकल्याणकारी योजनाओं व निर्णयों से
गरीब, वंचित, शोषित व उपेक्षित वर्ग को सम्मान, न्याय, उनके जीवन की
खुशहाली के लिए सत्ता माध्यम मात्र है। उन्होंने कहा कि डॉ श्यामा प्रसाद
मुखर्जी व पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने प्रदेश की एकता-अखंडता और राजनैतिक
मूल्यों के लिए जीवन का बलिदान दिया। दीनदयाल के अंत्योदय के मूल में अंतिम
पायदान के व्यक्ति के जीवन में समृद्धि के साथ ही शक्तिशाली व समृद्ध
राष्ट्र की अवधारणा है, और उसी मार्ग पर प्रधानमंत्री मोदी व मुख्यमंत्री
योगी के नेतृत्व में केंद्र व राज्य की सरकारें व भाजपा आगे बढ़ रही है।
स्वतंत्र
देव ने कहा कि भाजपा वंशवाद, क्षेत्रवाद, जातिवाद, परिवारवाद वाली पार्टी
नहीं है बल्कि दलित, शोषित, वंचित, आदिवासी के उत्थान के लिए दिन-रात काम
करने वाली पार्टी है।
--आईएएनएस
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