लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ सहित 7 शहरों में इलेक्ट्रिक बसें चलाई जाएंगी। अधिकारियों का कहना है कि ये बसें ग्रास कास्ट कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर चलेंगी। इसके अलावा स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के लिए 50 करोड़ रुपये की भी व्यवस्था किए जाने के प्रस्ताव को हरी झंडी मिल गई है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
पहले चरण में लखनऊ, कानपुर, आगरा, इलाहाबाद एवं गाजियाबाद में 100-100 इलेक्ट्रिक एसी बसें संचालित होंगी। सात शहरों में इलेक्ट्रिक बसों के संचालन, इंफ्रास्ट्रक्चर एवं इलेक्ट्रिक बस की चार्जिग के लिए चार्जिग सब स्टेशन बनाने के लिए 50. 80 करोड़ रुपये खर्च करने पर सहमति जताई गई है।
प्रमुख सचिव नगर विकास मनोज कुमार सिंह के मुताबिक, इस संबंध में मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक बैठक हुई। बैठक में कई बिंदुओं पर विचार किया गया। वृंदावन योजना में इलेक्ट्रिक बसों के संचालन के लिए सात एकड़ भूमि खरीद का निर्णय लिया गया है। इसके लिए 150 करोड़ रुपये के प्रस्ताव को हरी झंडी मिल गई है।
जिन शहरों में सिटी बसों के संचालन को मंजूरी मिली है उनमें अलीगढ़, गाजियाबाद, मुरादाबाद, सहारनपुर, बरेली, गोरखपुर, झांसी, इटावा व रामपुर हैं। यहां सिटी बसों के संचालन के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने के साथ-साथ नगरीय बसों की व्यवस्था भी करने के लिए कहा गया है।
--आईएएनएस
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