लखनऊ। किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज (केजीएमयू) की जूनियर महिला डॉक्टर मनीषा शर्मा ने सोमवार की दोपहर को करीब डेढ बजे इलाज के दौरान दम तोड दिया। मनीषा के परिजनों का आरोप है कि उसी मेडिकल कॉलेज का एक सीनियर डॉक्टर उसे परेशान कर रहा था और जब महिला डाक्टर ने जहर खाया था तब उसने इस बात की जानकारी दी थी। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
जानकारी के मुताबिक, मृतक मनीषा केजीएमयू के क्वीन मेरी अस्पताल में एमएस अंतिम वर्ष की छात्रा थी। शनिवार को रात करीब आठ बजे बुद्धा हास्टल में उसने बेहोशी में दिए जाने वाले इंजेक्शन वेक्यूरेनियम की हाईडोज लगा ली थी। उसे ट्रामा सेंटर की वेंटीलेटर यूनिट में भर्ती किया गया था, जहां सोमवार को मनीषा शर्मा ने ट्रामा सेंटर में दम तोड दिया।
इस मामले में कल रात मृतका की बहन ने यूरो सर्जरी डिपार्टमेंट के सीनियर डॉक्टर उधम सिंह पर उत्पीडऩ का आरोप लगाते हुए वजीरगंज थाने में एफआईआर दर्ज करवाई थी। इसके अलावा परिवार वालों ने मुख्यमंत्री से मामले को संज्ञान में लेने की अपील की है और आर्थिक सहयता देने की भी मांग की है।
पुलिस ने कहा है कि मामले में आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया गया है और जांच की जा रही है। बताया जा रहा है कि मृतक मनीषा शर्मा 2015 में व्यापम घोटाले में भी फंस चुकी है और बेल पर बाहर थी। इस पूरे प्रकरण में जब केजीएमयू वीसी से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने मीडिया से बात करने से मना कर दिया।
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