लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा है कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई करने में जुटी हुई है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
बेसिक शिक्षा विभाग के आठ अधिकारियों की बर्खास्तगी इसी बात का उदाहरण है। पिछले एक साल के दौरान सरकार अलग-अलग विभागों के ऐसे दर्जनों अफसरों को बर्खास्त कर चुकी है, जिनके खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले थे और पिछली सरकारों के दौरान जिनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही थी। पिछले 15 सालों के दौरान ऐसा पहली बार हो रहा है जब भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई हो रही है।
शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान में हर रोज ऐसे अफसर-कर्मचारी चिन्हित हो रहे हैं, जिनका रवैया जनहित के खिलाफ है और जिनकी कार्यशैली को लेकर आम लोगों की राय ठीक नहीं है। ऐसे अधिकारी और कर्मचारी सरकार के रडार पर हैं, उनकी लगातार समीक्षा की जा रही है।
प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा है कि मुख्यमंत्री का पद संभालने के बाद ही योगी आदित्यनाथ जी ने ऐलान किया था कि अधिकारी खुद को सुधार लें, अब भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने इसी के साथ दागी अफसरों के खिलाफ लंबित मामलों को तेजी से खत्म कर ऐसे अफसरों को जबरिया रिटायर करने की भी घोषणा की थी। इसी के तहत दागी अफसरों को सेवा से बाहर किया जा रहा है।
शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा है कि उत्तर प्रदेश की नौकरशाही में भ्रष्टाचार हमेशा से एक बड़ी समस्या रही थी। ऐसे में योगी जी की अगुवाई में सरकार जिस तरह भ्रष्ट नौकरशाहों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है उससे भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ा संदेश जा रहा है। त्रिपाठी ने कहा है कि तमाम भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों की लगातार हो रही गिरफ्तारी भी इसी मुहिम का हिस्सा है और जनहित में ऐसी कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।
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