लखनऊ। उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में हुए अवैध खनन के मामले में सीबीआई ने शनिवार को 2008 बैच की आईएएस अधिकारी बी.चंद्रकला के ठिकानों पर सीबीआई ने छापेमारी की है। केंद्रीय जांच एजेंसी की ओर से अवैध खनन मामले में दिल्ली, लखनऊ, कानपुर, जालौन, हमीरपुर समेत एक दर्जन जगहों पर यह छापेमारी की जा रही है। सीबीआई की टीम ने बी.चंद्रकला के लखनऊ आवास से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए हैं। सफायर अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 101 में सीबीआई की टीम मौजूद है। फिलहाल छापेमारी की कार्रवाई जारी है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
इसके अलावा सीबीआई की एक टीम हमीरपुर में भी छापेमारी कर रही है। टीम ने यहां के 2 बड़े मौरंग कारोबारियों- रमेश मिश्रा और सत्यदेव दीक्षित के घरों पर छापेमारी की है। दरअसल, योगी सरकार के सत्ता में आने से पहले अखिलेश यादव सरकार में आईएएस बी.चन्द्रकला की पोस्टिंग पहली बार हमीरपुर जिले में जिलाधिकारी के पद पर की गई थी।
आईएएस बी.चन्द्रकला पर आरोप हैं कि साल 2012 के बाद हमीरपुर जिले में 50 मौरंग के खनन के पट्टे किए थे। ई-टेंडर के जरिए मौरंग के पट्टों पर स्वीकृति देने का प्रावधान था। लेकिन, बी.चन्द्रकला ने सारे प्रावधानों की अनदेखी की थी। इसके बाद ही साल 2015 में अवैध रूप से जारी मौरंग खनन को लेकर हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई थी। हाईकोर्ट ने 16 अक्टूबर 2015 को हमीरपुर में जारी किए गए सभी 60 मौरंग खनन के पट्टे अवैध घोषित करते हुए रद्द कर दिए थे।
याचिकाकर्ता का आरोप है कि, मौरंग खदानों पर पूरी तरह से रोक लगाने के बाद भी जिले में अवैध खनन खुलेआम किया गया। साल 2016 को तमाम शिकायतों और याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने अवैध खनन की जांच सीबीआई को सौंप दी थी, जिसके बाद से सीबीआई इस केस की जांच कर रही है।
लोकसभा चुनाव 2024 का पहला चरण - त्रिपुरा, सिक्किम में 80 फीसदी से ज्यादा मतदान, बिहार में 50 फीसदी से कम मतदान
राहुल की कप्तानी पारी, लखनऊ ने सीएसके को आठ विकेट से हराया
केन्या में भारी बारिश से 32 लोगों की मौत
Daily Horoscope