लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती
ने गुरुवार को कहा कि देश के करोड़ों दलितों व आदिवासियों की तरह ही भाजपा
अब चुनाव के समय में ओबीसी वर्गो को भी छलना चाहती है। यही कारण है कि उनको
लुभाने के लिए संसद में पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा देने का
विधेयक लाया गया है, जो उनकी चुनावी स्वार्थ की राजनीति के सिवाय कुछ भी
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उन्होंने कहा कि भाजपा का चाल, चरित्र व चेहरा
हमेशा से ही पिछड़ा वर्ग व इनके आरक्षण का घोर विरोधी रहा है। इन्होंने
मंडल आयोग की रिपोर्ट को देश में लागू करने का काफी तीव्र विरोध किया था।
अब वोट के लिए भ्रम फैलाना चाहते हैं। हालांकि काफी लंबे इंतजार के बाद
संसद में लाए गए इस विधेयक का वह स्वागत करती हैं।
मायावती ने
आईपीएन को दिए अपने बयान में कहा कि पिछड़े वर्ग के लोगों के हित व कल्याण
के मामले में भाजपा सरकारों को थोड़ी गंभीरता व ईमानदारी दिखाते हुए
राजनीति के साथ-साथ शिक्षा व सरकारी नौकरियों में इनके आरक्षण के कोटा को
खाली रखकर इनका हक नहीं छीनना चाहिए। इसके बजाय सभी स्तर पर इनको आरक्षण का
लाभ सुनिश्चित करना चाहिए।
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