लखनऊ। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में बच्चों की मौतों का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा है। इसी बची उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते बच्चों की मौत पर शर्मनाक बयान दिया है। योगी ने अभिभावकों पर निशाना साधते हुए कहा कि क्या बच्चों को सरकार पालेगी। योगी के बयान पर बवाल खड़ा हो सकता है। योगी ने कहा, मुझे लगता है कहीं ऐसा न हो कि लोग अपने बच्चे दो साल के होते ही सरकार के भरोसे छोड़ दें। सरकार उनका पालन पोषण करे। यही नहीं सीएम योगी आदित्यनाथ ने नागरिकों में जिम्मेदारी के बोध का जिक्र करते हुए कहा, मीडिया कहता है कि फलानी जगह कूड़ा पड़ा है। हम लोग मानते हैं सरकार की जिम्मेदारी है। लगता है सारे जिम्मेदारियों से मुक्त हो गए हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर पीके सिंह ने बताया कि इस साल अब तक इंसेफेलाइटिस, एनआईसीयू तथा सामान्य चिल्ड्रेन वॉर्ड में कुल 1250 बच्चों की मौत हो चुकी है। इस माह 28 अगस्त तक एनआईसीयू में 213 और इंसेफेलाइटिस वॉर्ड में 77 समेत कुल 290 बच्चे मरे हैं। सिंह का कहना है कि एनआईसीयू में ज्यादा गंभीर हालत वाले बच्चे, जिनमें समय से पहले जन्मे, कम वजन वाले, पीलिया, निमोनिया और संक्रामक बीमारियों से ग्रस्त बच्चे इलाज के लिए आते हैं, जबकि इंसेफलाइटिस से पीडति बच्चे भी ऐन वक्त पर इसी अस्पताल में गंभीर स्थिति में पहुचते हैं।
उन्होंने कहा कि अगर बच्चे समय से इलाज के लिए आएं तो बड़ी संख्या में नवजात बच्चों की मौत रोकी जा सकती है। गोरखपुर के इस अस्पताल में अगस्त महीने में अब तक 290 बच्चों की मौत हो चुकी है। आपको बात दें कि गोरखपुर के मेडिकल कॉलेज में बीते 72 घंटों में 61 बच्चों
की मौत हो चुकी है। गोरखपुर के इसी अस्तपाल में 10 से 12 अगस्त के बीच
ऑक्सीजन की कमी होने से 36 बच्चों की मौत हो गई थी। हालांकि राज्य सरकार इस
बात से इनकार करती आई है।
पिछले तीन दिन में 61 बच्चों की मौत
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