लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को कहा कि कुछ दिनों पहले सरकारी बंगला खाली करने के बाद वहां तोडफ़ोड़ किए जाने का उन पर आरोप भाजपा की साजिश है। अखिलेश ने कहा कि बंगले में तोडफ़ोड़ का जो आरोप लगाया जा रहा है, वह योगी सरकार की एक साजिश के अलावा और कुछ नहीं है। उन्होंने दावा किया कि बंगला खाली करने के बाद कुछ लोग हथौड़ा लेकर उनके द्वारा खाली किए गए आवास में गए थे, ताकि सपा की छवि खराब की जा सके। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
लखनऊ के जनेश्वर मिश्र पार्क में ‘छोटे लोहिया’ के नाम से प्रसिद्ध जनेश्वर मिश्र की जयंती पर अखिलेश ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इस दौरान भाजपा द्वारा मकान में किए गए अवैध निर्माण के आरोप पर अखिलेश ने कहा कि उनके मकान में कोई भी अवैध निर्माण नहीं हुआ था। जो भी निर्माण हुए थे, उन सबकी एनओसी अभी भी उनके पास है और वह आने वाले समय में इसे मीडिया को भी देंगे।
उन्होंने कहा कि जो भी व्यक्ति उनके द्वारा खाली किए गए आवास में तोडफ़ोड़ की साजिश करने वाले लोगों के नाम बताएगा, उसे पार्टी की ओर से 11 लाख रुपये इनाम के रूप में दिए जाएंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में वह खुद भी कार्यकर्ताओं के साथ साइकिल चलाएंगे, जिससे उनका मनोबल बढ़ाया जा सके और सपा सरकार में किए गए जनकल्याणकारी कामों को जनता के बीच लोकसभा चुनाव के पहले पहुंचाया जा सके।
अखिलेश ने छात्र नेताओं पर अलग-अलग जिलों में यूपी पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई पर भी निशाना साधा और कहा कि यह छात्रों की आवाज दबाने की कोशिश भर है, मगर अन्याय के खिलाफ पार्टी ने हमेशा संघर्ष किया है और आगे भी करती रहेगी।
सपा प्रमुख ने बलिया जिले से 600 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय कर साइकिल चलाकर लखनऊ पहुंचे सपा कार्यकर्ताओं का उत्साहवर्धन किया और उन्हें बधाई दी। --आईएएनएस
बिहार महागठबंधन में सीट बंटवारे पर सहमति बनी: RJD 26 ,कांग्रेस 9 सीटों पर चुनाव लड़ेगी
'बहुत सकून मिला है', अंसारी की मौत के बाद पीड़िता का बयान
बिल गेट्स ने लिया मोदी का इंटरव्यू: PM बोले-भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में डीपफेक एक बड़ी चिंता
Daily Horoscope