लखनऊ। उत्तर प्रदेश
में गेंहू की खरीद में बिचौलियों की भूमिका खत्म करते हुए शनिवार से 5,000 गेंहू खरीद
केंद्र काम करने लगे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इससे पहले अधिकारियों को यह
सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था कि एक अप्रैल से केंद्रों का संचालन शुरू हो जाए।
आदित्यनाथ ने गेंहू की खरीद के लक्ष्य में भी सुधार किया
है। उन्होंने सरकारी एजेंसियों को 2017 में 80 लाख टन के कुल लक्ष्य में से 70 लाख
टन गेंहू खरीदने का निर्देश दिया है।
उन्होंने पार्टी सांसदों और विधायकों को इन केंद्रों
के कामकाज पर नजर रखने को कहा है, ताकि राज्य सरकार को उसके निर्देशों के अनुपालन के
बारे में जानकारी मिल सके।
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री ने
अधिकारियों को इस मामले में किसी भी प्रकार की ढील के खिलाफ भी चेतावनी दी है और कहा
है कि किसानों के हित से जुड़े मामलों में ढील बरतने की इजाजत नहीं दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि किसी भी गेंहू खरीद केंद्र पर किसी भी
प्रकार की लापरवाही के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।
आदित्यनाथ ने साथ ही कहा कि पूर्ववर्ती समाजवादी पार्टी
(सपा) सरकार बिचौलियों के जरिए गेंहू खरीदती थी। राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार किसी
भी कीमत पर इसकी इजाजत नहीं देगी।
उन्होंने कहा कि सभी केंद्र बिना किसी बिचौलिए के सीधे
किसानों से गेंहू खरीदेंगे।
किसानों और खेती के क्षेत्रों की पहचान के लिए किसानों
के आधार नम्बर और खातों से मदद ली जाएगी। समर्थन मूल्य किसानों के बैंक खातों में सीधे
जमा कर दिया जाएगा।
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