लखनऊ। उत्तर प्रदेश के चिकित्सा एवं
स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने बताया कि अगले वर्ष उत्तर प्रदेश
में 500 ई-प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोले जाने की योजना है। ये प्राथमिक
केंद्र पूरी तरह ऑनलाइन होंगे।
स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा, "इसमें सभी तरह के रोगों का
इलाज होगा। साथ ही गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीज टेलीमेडिसिन के जरिए
विशेषज्ञ चिकित्सकों की सलाह भी प्राप्त कर सकेंगे। स्वास्थ्य केंद्रों में
चिकित्सक के साथ सभी स्टाफ की उपस्थिति बायोमेट्रिक द्वारा दर्ज होगी।" ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
स्वास्थ्य
मंत्री ने बताया, "राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं को अंतिम घर तक पहुंचाने की
कल्पना 'स्वास्थ्य आपके घर' के मुहिम की शुरुआत स्वास्थ्य सेवाओं के
डिजिटलीकरण के माध्यम से हो चुकी है। इसी कड़ी में लखनऊ में दो तथा
इलाहाबाद में एक ई-प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोले जा चुके हैं। जल्द ही
अन्य जनपदों में भी ई-पीएचसी खोले जाएंगे।"
सिंह ने बताया, "जिस
तरह गैर सरकारी चिकित्सालयों में मरीजों के लिए सुविधाएं होती हैं, उसी
प्रकार सरकारी चिकित्सालयों को भी विकसित किए जाने पर जोर दिया जा रहा है।
ई-प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर मरीजों की सभी आवश्यक जांच के साथ ही
बेहतर इलाज की सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। चिकित्सक गंभीर स्थिति में
आंध्र प्रदेश के बड़े चिकित्सकों से कंसल्ट कर मरीज का उपचार कर सकेंगे।
इसके अलावा केजीएमयू से भी टेलीमेडिसिन को जोड़ने पर भी विचार किया जा रहा
है।"
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि साधारण मरीजों को यदि समय पर
इलाज मिल जाए, तो गंभीर स्थिति उत्पन्न नहीं होगी। इसमें पीएचसी की भूमिका
अहम होगी। इसलिए पीएचसी स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने का कार्य
किया जा रहा है।
आईएएनएस
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