लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की पुलिस के लिए शुक्रवार का दिन शर्मसार करने वाला रहा। दिनभर चलाए गए अभियान में यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर 305 पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए। खास बात यह कि इनमें 155 यातायात पुलिस से थे। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
इनमें से अधिकांश पुरुष एवं महिला पुलिसकर्मी कांस्टेबल और उपनिरीक्षक रैंक के थे, और सभी के खिलाफ कार्रवाई बगैर हेलमेट के दोपहिया वाहन चलाने के लिए की गई। दिनभर चले इस अभियान में अतिरिक्त 3,117 मोटरवाहन चालकों और बाइक सवारों को दंडित किया गया।
लखनऊ के एसएसपी कलानिधि नैथानी ने कहा, ‘‘पुलिसकर्मियों को उदाहरण पेश करना चाहिए। इसलिए हमने पुलिस लाइन में भी इस अभियान को चलाने का निर्णय लिया, जहां कई बगैर हेलमेट के पकड़े गए। हम यह सुनिश्चित करने जा रहे हैं कि पुलिसकर्मियों को इसलिए नहीं छोड़ा जाएगा कि वे पुलिस हैं।’’
नैथानी ने कहा कि यह अभियान सिर्फ एक दिन का नहीं है, बल्कि अभी जारी रहेगा।
इस अभियान के जरिए पहले ही दिन बतौर जुर्माना 1.38 लाख रुपये वसूले गए।
एएसपी (यातायात) पूर्णेंदु सिंह ने कहा, ‘‘पहले कुछ दिनों के दौरान हम बगैर हेलमेट के दोपहिया चलाने वालों पर ध्यान केंद्रित करेंगे। उसके बाद बगैर सीट बेल्ट के मोटरवाहन चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।’’
उन्होंने कहा कि 574 उन वाहनों की पहचान की गई है, जिनके चालकों ने यातायात नियमों का चार बार या इससे अधिक बार उल्लंघन किया है।
एएसपी ने कहा, ‘‘हमने ऐसे वाहनों के पंजीकरण निलंबित करने की प्रक्रिया शुरू की है।’’
सिंह ने कहा कि उन्होंने शहर के खास इलाकों की पहचान की है, जहां लोगों को बगैर हेलमेट के प्रवेश की इजाजत नहीं होगी। बहुस्तरीय पार्किंग लाट में भी बगैर हेलमेट वाले बाइकर्स को प्रवेश की अनुमति नहीं होगी।
(आईएएनएस)
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