इसके तहत वह फेल होने वाले दोनों विषयों में किसी एक की परीक्षा देता है
और वह पास होकर अगली कक्षा में चला जाता है। इंटरमीडिएट में यह विकल्प नहीं
है। अगली कक्षा में जाने के लिए परीक्षार्थी का सभी विषयों में पास होना
जरूरी होता है।"
दिनेश शर्मा ने बताया कि अब इंटरमीडिएट में
परीक्षार्थियों को कंपार्टमेंट की सुविधा दी जाएगी, जिससे उन्हें अपना
परिणाम सुधारने का एक और मौका मिल सके। इस वर्ष यूपी बोर्ड 12वीं की
परीक्षा 18 फरवरी, 2020 से छह मार्च, 2020 तक होगी। यूपी बोर्ड इंटरमीडिएट
परीक्षा में 25,86,247 छात्र भाग लेंगे। इनमें 14,65,844 छात्र और
11,20,403 छात्राएं शामिल हैं। पिछले वर्ष यूपी बोर्ड हाईस्कूल (10वीं) का
पास प्रतिशत बढ़ा था, जबकि यूपी बोर्ड इंटर (12वीं) के पास प्रतिशत में
थोड़ी गिरावट आई थी।
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