मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक़ पारितोष अपनी टीम के साथ 3 जनवरी को सुबह 9.35
बजे साइट पर पहुंचे। 1.24 बजे तक पुल को तोडक़र उसका मलबा हटा लिया गया।
3.05 बजे तक पुल का ढांचा तैयार कर दिया गया। 5.15 बजे तक नया पुल बनकर
तैयार हो चुका था। पुल को बनाने में फेब्रीकेटेड मैटेरियल का इस्तेमाल किया
गया। फेब्रीकेटेड मेटेरियल पहले से तैयार किए गए सामान को कहते हैं। इसके
तहत पुल का ढांचा पहले से तैयार कर लिया जाता है और फिर उसे सेट कर दिया
जाता है। पुल के निर्माण के दौरान लक्सर-मुरादाबाद के बीच रेल सेवाएं बाधित
रहीं। कई गाडिय़ों के रूट बदले गए और कई को रद्द किया गया। ये भी पढ़ें - ये हैं दुनिया के टॉप 7 एक्सपेंसिव लैपटॉप
उदयपुर के मेनार गांव में खेली गई बारूद की होली
डॉक्टरों ने किया मृत घोषित, रास्ते में पुनर्जीवित हुई महिला, अब सकुशल और ICU में है
अजब-गजब: आगरा में कपल ने कूड़े के ढेर के पास शादी की सालगिरह मनाई, हैरान करने वाली है वजह
Daily Horoscope