कानपुर। देश के प्रमुख इंजीनियरिंग संस्थानों के लिए संयुक्त रूप से
होने वाली जेईई मेन्स के अभ्यर्थियों को इस बार मेटल डिटेक्टर से गुजरना होगा। यही
नहीं सभी परीक्षा केन्द्रों की वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी। जिससे परीक्षा में
किसी भी प्रकार का आरोप न लग सके।
आईआईटी, एनआईटी, ट्रिपल आईआईटी और
जीएफटी में दाखिले के लिए ज्वॉइंट एंट्रेंस एग्जाम (जेईई) की मेन परीक्षा दो
अप्रैल को पूरे देश में होने जा रही है। शहर में इस परीक्षा में करीब 16 हजार 811 छात्र भाग लेगें। 25 परीक्षा
केंद्रों में दो शिफ्टों में अभ्यर्थी परीक्षा देगें, पहली
पाली की परीक्षा सुबह साढ़े नौ बजे से साढ़े 12 बजे तक होगी और
दूसरी पाली दोपहर दो बजे से शाम पांच बजे तक आयोजित होगी।
सीबीएससी के सिटी कोऑर्डिनेटर बलविंदर सिंह ने बताया कि परीक्षार्थियों को
सेंटरों पर एक घंटा पहले पहुंचना होगा। नकल रोकने के लिए सभी तकनीकों का प्रयोग
किया जाएगा। बताया कि कोई भी छात्र मोबाइल, घड़ी, इलेक्ट्रानिक गैजेट को परीक्षा केन्द्र पर ले जाने की इजाजत नहीं होगी।
सभी परीक्षा केन्द्रों पर वीडियोग्राफी कराई जाएगी। इसके अलावा परीक्षार्थियों को
परीक्षा सेंटर से पहले मेटल डिटेक्टर से भी गुजरना होगा। छात्रों को परीक्षा
केंद्र पर सिर्फ अपना एडमिट कार्ड लेकर ही आना होगा। पेन और रफ पेपर छात्रों को
सेंटर पर ही उपलब्ध करवाया जाएगा।
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