कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर से बड़ी खबर आ रही है, जहां सरकारी अस्पतालों में गोरखधंधा चल रहा है। भारतीय दलित पैंथर संगठन के तत्वावधान में धनीराम पैंथर ने आरोप लगाया है कि उर्सला अस्पताल में मरीजों से अवैध वसूली की जा रही है। धनीराम पैंथर की अध्यक्षता में एक ज्ञापन मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री को सौंपा गया, जिसमें अस्पताल के अधिकारियों और कर्मचारियों पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
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ज्ञापन में कहा गया है कि उर्सला अस्पताल में एक मरीज, राजू, जिनका पैर का ऑपरेशन डॉक्टर आशीष मिश्रा द्वारा किया जाना था, को 15,000 रुपये की मांग की गई। राजू के पास आयुष्मान कार्ड होने के बावजूद, डॉक्टर ने पैसे की मांग की और जब परिजनों ने पैसे देने में असमर्थता जताई, तो ऑपरेशन नहीं किया गया। इसके बाद, राजू का पैर प्लास्टर चढ़ाकर उसे छोड़ दिया गया। यह मामला केवल एक उदाहरण है, बल्कि उर्सला अस्पताल में रोजाना मरीजों से ऑपरेशन, सर्जरी, दवा, और आईसीयू के नाम पर मोटी रकम वसूली जाती है।
धनीराम पैंथर ने कहा कि उर्सला अस्पताल में कमीशनखोरी और रिश्वतखोरी का धंधा लंबे समय से चल रहा है। जब मरीज किसी डॉक्टर के पास इलाज के लिए जाते हैं, तो उन्हें विश्वास होता है कि डॉक्टर उचित सावधानी बरतेगा, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा। पैंथर ने इस मुद्दे पर मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि अगर इस ज्ञापन के माध्यम से आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं की गई, तो उनका संगठन बड़े चौराहे पर सरकारी डॉक्टरों से भीख मांगेगा और कहेगा कि इस पैसे से गरीबों का इलाज करें।
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