पनकी पड़ाव के रवि राजपूत का कहना है कानपुर नगर निगम का सॉलिड वेस्टेज
कूड़ा प्लांट यहां आने के बाद से एक नहीं सौ बीमारियां फैली हुई है। इसी
कारण आधे लोग अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजते हैं। उन्होंने बताया, पूरे
शहर की गंदगी हमारे मत्थे मढ़ दी गई। कूड़ा प्लांट हमारे गांवों से सटा हुआ
है। दुर्गंध की वजह से हमारा जीना मुहाल हो गया है और हम गंदी हवा में
सांस लेने को मजबूर हैं। इसी गांव की केतकी का कहना है कि हमारे गांव में न
तो लडक़े न ही लड़कियों की शादी हो पा रही है। ये भी पढ़ें - मां-बाप का गाना सुन कोमा से जागी 4साल की बच्ची
हमारे गांव में अभी 60 लडक़े
ऐसे हैं जो शादी के उम्र के हैं, लेकिन उनकी शादी नहीं हो पा रही है। जब से
कूड़ा प्लांट आया है यहां पर कोई शादी नहीं हुई है। जमुई गांव के रमेश ने
कहा, हमारे यहां ज्यादातर नौजवान दमे और सांस की बीमारियों से ग्रसित हैं।
मैं खुद दमे से पीडि़त हूं। पहले मुझे यह बीमारी नहीं थी, लेकिन इस कूड़े
के प्लांट की बदबू से मुझे यह बीमारी हो गई। मेरे बेटे की उम्र शादी की हो
गई है लेकिन कोई शादी के लिए नहीं आ रहा है।
इस मामले में अपर नगर आयुक्त
अमृत लाल बिनद ने गोल मोल जवाब देते हुए कहा कि कूड़ा वहां डंप होता है।
उसे अन्य जगह पर शिफ्ट करने की तैयारी कर रहे। इस पर तेजी से काम हो रहा
है। बीमारियों से निपटने के लिए कैम्प लगाए जाते हैं। कानपुर की महापौर
प्रमिला पाण्डेय ने कहा कि यह कूड़ा कई वर्षों से वहां डम्प हो रहा है। इसे
खत्म करने का प्लान बनाया जा रहा है। इसके लिए कुछ किया जाएगा।
(IANS)
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