कन्नौज। उत्तर प्रदेश के कन्नौज में किसानों ने दावा किया है कि नकली दवा से उनकी आलू की फसल बर्बाद हो गई। उन्होंने अधिकारियों से दवा विक्रेताओं पर कार्रवाई करने की गुहार भी लगाई है।
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किसान जब्बार ने बताया कि वह नौशाद की दुकान से आलू की फसल में डालने के लिए दावा लाए थे। उसने पुरानी और नकली दवा दे दी जिस कारण फसल नहीं हुई है।
उन्होंने कहा, "गुरसहायगंज से नकली दवा लाकर हमें दे दी। जिस कारण हमारी नौ बीघे की आलू की फसल बर्बाद हो गई। दुकानदार से हमने शिकायत भी की है, लेकिन उसने अनसुनी कर दी। हमारा जुताई से लेकर लगवाई तक दो लाख रुपये का खर्च आया था।"
इनायतपुर के रहने वाले जब्बार ने बताया नकली दवा के कारण उनकी फसल पूरी तरह खराब हो गई है। गांव के अन्य लोग भी इससे परेशान हैं।
किसान बहार ने बताया कि वह भी नौशाद की दुकान से दवा लाए थे। उन्हें नकली दवा दी गई। उन्होंने बताया कि 4,500 रुपए प्रति लीटर की जगह उसने 900 रुपये प्रति लीटर वाली दवा दी और दावा किया कि फसल अच्छी होगी। लेकिन हमें लम्बा नुकसान हो गया है। पूरी फसल बर्बाद हो गई काजल कोल्ड स्टोर के सामने कटरा में उसकी दुकान है। उन्होंने बताया कि दूसरे किसानों ने पांच हजार रुपये प्रति लीटर की दवा डाली थी जिससे उनकी फसल अच्छी हुई है।
एक अन्य किसान ने बताया कि फसल में हल्की पौध आयी तो उसने फसल को बीमारी से बचाने के लिये फसल रक्षक दवा पास के ही एक दुकानदार से ली और उसका छिड़काव खेत में करवा दिया। दवा छिड़कने के दूसरे दिन जब वह खेत में पहुंचा तो बेल और बीज पूरी तरह सड़कर मिट्टी में मिल चुकी थी।
मेहनत बर्बाद होने से मायूस किसानों की समझ में नहीं आ रहा है कि अब क्या करें। उन्होंने दुकानदार पर कार्रवाई के लिए आला अधिकारियों से गुहार लगाई है।
--आईएएनएस
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