झांसी। किसानों की समस्या को लेकर बुंदेलखंड किसान पंचायत के अध्यक्ष का उपवास धरना तीसरे दिन भी जारी रहा। गांधी उद्यान में चल रहे उपवास स्थल पर मौजूद किसानों को संबोधित करते हुए अनशनकारी गौरीशंकर विदुआ ने कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली का यह बयान कि किसानों की कर्ज माफी में केंद्र कोई सहयोग नहीं करेगा, गैर जिम्मेदाराना और किसान विरोधी है। उन्होंन कहा कि किसानों के कर्जा माफी की घोषणा करने से पहले प्रधानमंत्री को जेटली के साथ बैठकर विचार विमर्श कर लेना चाहिए था। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
उन्होंने कहा कि यह भी सत्य है कि कर्ज माफी ही किसानों की समस्या का समाधान नहीं है। इसके लिए सरकार को गंभीर प्रयास करना पड़ेगा। जिससे किसानों को उनकी फसल का सही मूल्य मिल सके। किसान और उपभोक्ता के बीच दलालों की कड़ी को खत्म करना पड़ेगा। क्योंकि बाजार में 20 रूपये प्रति किलो में बिकने वाली सब्जी का दाम किसान को चार से पांच रुपये किलो मिलता है। जबकि लगभग इतने ही लागत उत्पादन में आ जाती है। हमारे देश में महंगाई का आंकलन किसानो के उत्पादन से होता है। जबकि अन्य उत्पादन कई गुना महंगे होने के बाद भी उनकी चर्चा नही होती। हकीकत यह है कि यदि सरकारों ने किसानों के प्रति गंभीरता से समय रहते सुधार के प्रयास नहीं किये तो आगामी समय सभी के लिए संकटमय हो जायेगा। क्योंकि भारत की अर्थ व्यवस्था में किसानों के सहयोग को नकारा नहीं जा सकता है।
केसीआर ने मुझे बीआरएस को एनडीए में शामिल करने का अनुरोध किया था : पीएम मोदी
भाजपा ने कांग्रेस और न्यूजक्लिक के चीन कनेक्शन पर उठाया सवाल, गांधी परिवार को बताया 'चाइनीज गांधी'
पारुल ने चीन में लहराया तिरंगा, 5,000 मीटर की रेस में जीता गोल्ड
Daily Horoscope