काेंच। धर्मदा रक्षिणी सभा द्वारा आयोजित 172वें रामलीला महोत्सव के दौरान राम बारात का भव्य आयोजन किया गया। इस बारात में ढोल-नगाड़ों और बैंड-बाजों की धुनों के बीच प्रभु श्रीराम का स्वागत किया गया, जिससे पूरा नगर अयोध्या की छटा में डूबा नजर आया।
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रामलीला कमेटी की ओर से निकाली गई इस राम बारात का शुभारंभ रामलीला भवन से हुआ, जहां पहले प्रभु श्रीराम और उनके चारों भाइयों की आरती की गई। आरती का आयोजन रामलीला कमेटी के अध्यक्ष राजकुमार निरंजन, मंत्री संजय सोनी, और नमन चतुर्वेदी ने किया। जब भगवान राम माता सीता को ब्याहने के लिए हाथी पर सवार होकर निकले, तो जय श्रीराम के जयकारों से वातावरण गूंज उठा।
नगर के मानिक चौक पर रामलीला मंच पर चल रही रामलीला के क्रम में राम बारात की शुरुआत हुई। रंग-बिरंगी रोशनी से सजी बारात का स्वागत करने के लिए भक्तों ने फूलों की बारिश की। बारात में शामिल राम भक्त नाचते-गाते हुए चल रहे थे, मानो पूरा नगर बाराती बन गया हो।
बारात में भगवान राम अपने तीनों छोटे भाइयों लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न के साथ हाथी पर सवार थे। बारात में भगवान शिव, ब्रह्मा, विष्णु, गणेश, सरस्वती, लक्ष्मी आदि की झांकियाँ भी शामिल थीं।
बारात बर्तन बाजार होते हुए चंदकुआ पहुँची, जहाँ से बढ़कर स्टेट बैंक होते हुए आजाद नगर स्थित चोपड़ा की हवेली पर पहुँची। यहाँ राजा जनक बने रंगकर्मी ने बारात का स्वागत किया। विवाह की रस्में देर रात तक चलती रहीं, और लोगों ने घरों की छतों से पुष्प बरसाकर बारात का स्वागत किया।
इस भव्य आयोजन में हजारों लोग शामिल हुए और सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद रहा। इस मौके पर एसडीएम ज्योति सिंह, सीओ अर्चना सिंह, तहसीलदार वीरेंद्र गुप्ता, और कोतवाल अरुण राय समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
धर्मादा रक्षिणी सभा के अध्यक्ष विजय गुप्ता भोले, मंत्री विनोद दुबे, और रामलीला समिति के अन्य सदस्य भी इस महोत्सव का हिस्सा बने। इस बारात ने नगरवासियों के दिलों में एक नई खुशी और उत्साह भर दिया।
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