गोंडा। लखनऊ में किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में प्रदेश के
नामचीन चिकित्सकों से
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का
प्राइवेट प्रेक्टिस न
करने की
अपील का
प्रभाव गोंडा में हो
गया। प्राइवेट प्रैक्टिस पर
शिकंजा कसते देख यहां जिला चिकित्सालय के
आधा दर्जन सरकारी चिकित्सकों ने
अपने पद
से इस्तीफा दे
दिया है।
प्रदेश सरकार द्वारा प्राइवेट प्रैक्टिस पर
शिकंजा कसने के
बाद बाबू ईश्वर शरण जिला अस्पताल के
छह डाक्टरों ने
इस्तीफा दे
दिया है।
यह
सभीे डाक्टर सिर्फ आज
तक जिला अस्पताल में अपनी सेवाएं देंगे और
शुक्रवार से
काम बंद कर देंगे। इतना ही
नहीं चारों ने
कल ही
अपना सरकारी आवास खाली कराने की
योजना भी
बना ली
है। जिन छह
डाक्टर ने
इस्तीफा दिया है उनमें चर्म रोग विशेषज्ञ डा अजीत सिंह हड्डी रोग विशेषज्ञ डा डीके राव बाल रोग विशेषज्ञ डा घनश्याम गुप्त के
साथ ही
फिजीशियन डा आलोक शुक्ला डा समीर गुप्त व
डा शादाब शामिल हैं। बताया जाता है
कि मुख्यमंत्री के
बयान के
बाद बुधवार को
हिंदू युवा वाहिनी के
पदाधिकारी जिला अस्पताल में कार्यरत कुछ डॉक्टरों के
यहां प्राइवेट प्रैक्टिस बंद कराने के
लिए गए
थे। इससे भयभीत होकर इन
डाक्टरों ने
सरकारी नौकरी छोड़ने का
मन बना लिया है।
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