गाजियाबाद। महंत नरसिंहानंद की टिप्पणी को लेकर उपजे विवाद के बाद विधायक नंद किशोर गुर्जर समेत डासना मंदिर समिति की ओर से आयोजित महापंचायत समाप्त हो चुकी है। विधायक नंद किशोर गुर्जर ने कहा कि हिंदुओं की अस्मिता पर हमला करने वालों पर एनएसए लगाकर उनकी गिरफ्तारी की जानी चाहिए।
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महापंचायत में शामिल भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर ने कहा कि महापंचायत में लिए गए निर्णय के अनुसार, भारत में रहने वाले दस करोड़ रोहिंग्या बांग्लादेशियों को निकाला जाना चाहिए, जिन्हें कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में वोट के लिए बसाया है।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि मंदिरों और हिंदुओं की अस्मिता पर हमला करने वालों के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाना चाहिए। राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत उनकी गिरफ्तारी होनी चाहिए और कम से कम मृत्यु दंड की सजा दी जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि, हमनें केंद्र सरकार से अनुरोध किया कि वह कठोर कानून बनाए, ताकि इस तरह की घटनाओं को अंजाम देने वालों को भी मृत्यु दंड की सजा मिल सके। उन्होंने आगे कहा कि समाज ने एक सप्ताह का समय दिया है, और उच्च अधिकारियों के साथ हुई बातचीत के अनुसार समाज एक सप्ताह बाद इस पर निर्णय लेगा। इसके बाद समाज का निर्णय लेने पर लोग पीछे हटने वाले नहीं हैं।
गाजियाबाद एडिशनल सीपी दिनेश चंद्र पी ने बताया कि गाजियाबाद कमिश्नर की ओर से धारा 163 लागू की गई है। गाजियाबाद पुलिस लगातार लोगों को समझाने की कोशिश कर रही थी। कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया, बाकी लोगों को बातचीत करके शांत कराया गया। उन्होंने कहा कि जो भी कानून तोड़ेगा, उनके खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने लगभग 40 से 50 लोगों को हिरासत में लिया है और उन्हें पहले ही चेतावनी दी गई थी कि जो भी कानून का उल्लंघन करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
--आईएएनएस
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