दारोगा तार बाबू को जिप्सी के साथ तैनात थे। उनके साथ हेड कांस्टेबल
हरिशंकर, सिपाही दीप सिंह व कौशल एवं जीप चालक रामवीर सिंह भी थे। उनकी
जिप्सी जनपद शहजहांपुर के हुल्लापुर चौराहे के निकट पंक्चर की दुकान के
सामने खड़ी थी, जहां वह मंत्री शिव प्रताप सिंह के काफिले का इंतजार कर रहे
थे। बताते हैं कि दारोगा मोबाइल पर बात करते हुए जिप्सी से निकल और दुकान
के भीतर कुर्सी पर बैठ गए। फिर बातचीत करते हुए अचानक उन्होंने अपनी सर्विस
रिवाल्वर निकाली और सिर में तीन गोलियां मार ली। इसके बाद साथी पुलिस
कर्मचारी उन्हें लेकर लोहिया अस्पताल आए। डॉ. मनोज पाण्डेय ने उन्हें मृत
घोषित कर दिया। दरोगा के गोली मारने की सूचना पर एसपी संतोष मिश्रा, एएसपी
त्रिभुवन सिंह, सीओ सिटी रामलखन सरोज आदि अधिकारी अस्पताल पहुंचे। एसपी
संतोष कुमार मिश्र ने कहा कि तारबाबू की जिन मोबाइल नंबरों बात हुई, उन्हें
ट्रेस किया गया है। मामले की विस्तृत जांच कराई जा रही है। ये भी पढ़ें - क्या आपकी लव लाइफ से खुशी काफूर हो चुकी है...!
-आईएएनएस
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