फैजाबाद। राम मंदिर आंदोलन में मुख्य भूमिका निभाने वाले स्वामी परमानंद ने मुस्लिमों से कहा है कि वे आपसी सहमति से राम जन्मभूमि हिंदुओं को दे दें। सोमवार को बड़ा भक्तमाल मंदिर में पत्रकारों से वार्ता करते हुए स्वामी ने कहा कि 1992 में बाबरी मस्जिद विध्वंस के समय कुछ भाजपा नेताओं की तरह वे चाहते थे कि मस्जिद का ढांचा ना टूटे। उन्होने बताया कि विजयाराजे सिंधिया तो मस्जिद को बचाने के लिए गुस्साए कारसेवकों को भगवान राम की सौगंध तक दे रही थीं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
उन्होने प्रदेश व केन्द्र दोनों ही सरकारों के काम की तारीफ करते हुए कहा कि मोदी और योगी की सरकारें मंदिर का समर्थन करने वाली सरकारें हैं।
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