फैजाबाद। विश्वविद्यालय के स्वामी विवेकानन्द सभागार में आज शास्त्रीय संगीत के अन्तराष्ट्रीय ख्यातिलब्ध कलाकार पं0 रितेश मिश्र एवं पं0 रजनीश मिश्र की संगीतमयी प्रस्तुति का आनन्द छात्र समुदाय ने लिया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
ज्ञात हो कि स्पिक मैके के अवध विश्वविद्यालय चैप्टर के अंतर्गत 1998 के उपरांत कुलपति प्रो0 मनोज दीक्षित की पहल पर आज अन्तराष्ट्रीय स्तर के शास्त्रीय संगीत गायक पं0 रितेश एवं रजनीश के कार्यक्रम का प्रस्तुतीकरण हुआ। उक्त अवसर पर विवेकानन्द सभागार छात्र, कर्मचारियों, शिक्षकों से पूरी तरीके से भरा रहा।
लगभग डेढ धंटे तक चले शास्त्रीय संगीत के उक्त कार्यक्रम मे पं0 रितेश एवं रजनीश मिश्र ने अपने सह कलाकारों, तबले पर अनुराग मिश्र एवं हारमोनियम पर, दुर्गेश भौमिक के साथ राग वंदावनी सारंग के अंतर्गत मध्य लय झपताल एवं द्रुत लय तीन ताल को प्रस्तुत किया। उक्त प्रस्तुतीकरण के अंतर्गत शासत्रीय संगीत की विभूतियों ने ‘‘तुम रब तुम ही साहिब तुम ही करतार’’ एवं ‘‘जाओ मैं तोपे बलिहारी, तू ही मोरा मन-हर लीन्होे’’ बोल के साथ शास्त्रीय संगीत के झपताल एवं तीनताल विधाओं का प्रदर्शन किया।
कार्यक्रम के पूर्व स्पिक मैके संस्था के फैजाबाद-ईकाई की पदाधिकारी श्रीमती जया स्वरुप ने सभागार में उपस्थित छात्र-छात्राअेां को स्पिक मैके के इतिहास के बारे मे बताते हुए कहा कि इसके अंतर्गत होने वाले कार्यक्रम भारतीय संस्कृृति एवं संगीत परम्परा के संरक्षण से जुडे रहते हैं और इनका मुख्य उददेश्य छात्र-छात्राओं को भारतीय संस्कृति के साथ साथ भारतीय संगीत की विभिन्न विधाओ से परिचित कराना है।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में जिंगल बेल सोसायटी की अध्यक्षा एवं फैजाबाद की प्रमुख समाजसेविका श्रीमती मंजुला झुनझुनवाला भी उपस्थित रहीं।
कुलपति प्रो0 मनोज दीक्षित ने इस अवसर पर पं0 रजनीश एवं रितेश मिश्र के साथ साथ उनके सहकलाकारों एवं मुख्य अतिथि श्रीमती झुनझुनवाला को विश्वविद्यालय का स्मृृति चिन्ह एवं उत्तरीय प्रदान कर सम्मानित किया।
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