इसी बात को लेकर बीजेपी कार्यकर्ताओं
ने श्रेष्ठा ठाकुर के साथ बदसलूकी की। इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया
पर वायरल हुआ था। प्रमोद को जब कोर्ट लाया गया, तब काफी संख्या में बीजेपी
कार्यकर्ता वहां पहुंच गए और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। इस दौरान
बीजेपी कार्यकर्ताओं और सीओ श्रेष्ठा ठाकुर के बीच जमकर बहस हुई। ये भी पढ़ें - श्मशान में सजी महफिल, बार-बालाओं ने लगाए ठुमके
बीजेपी
कार्यकर्ताओं का आरोप था कि पुलिस अधिकारी ट्रैफिक नियमों के नाम पर
रिश्वत लेते हैं। वहीं सीओ श्रेष्ठा ठाकुर बीजेपी से जुड़े लोगों के खिलाफ
ही कार्रवाई करती हैं। कार्यकर्ताओं के इन आरोपों को सीओ श्रेष्ठा ठाकुर ने
सिरे से खारिज कर दिया था।
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