उन्होंने कहा कि कानूनी और तकनीकी कारणों से इस मामले में अलग से एफआईआर
दर्ज नहीं की जा सकती। शुरुआती एफआईआर एक कांस्टेबल मोहित कुमार की शिकायत
पर दर्ज की गई, जो प्रदर्शन के दौरान गोली लगने से घायल हो गया था। एफआईआर
में सुलेमान की भूमिका का जिक्र था। इसलिए अलग से एफआईआर दर्ज करने की कोई
जरूरत नहीं है।
अब मामले की जांच एसआईटी कर रही है। एसपी के बयान पर मृतक
के चाचा अफजल अहमद उस्मानी ने कहा, हमने शनिवार को एक शिकायत दर्ज की थी।
सुलेमान की छह पुलिसकर्मियों ने हत्या की। पुलिस अधिकारियों ने हमें
आश्वासन दिया था कि हमें रविवार तक एफआईआर की एक प्रति दी जाएगी।
हमने जब
इसके लिए संपर्क किया तो हमें एफआईआर की प्रति नहीं दी गई। इस बीच प्रदर्शन
के दौरान गोलीबारी में मारे गए एक अन्य प्रदर्शनकारी अनस (23) के पिता
अरशद हुसैन ने भी एक शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने भी अपने बेटे की मौत के
लिए उन्हीं पुलिसकर्मियों पर आरोप लगाया है। उनका बेटा घटना के समय अपने
सात महीने के बेटे के लिए दूध खरीदने गया था।
(IANS)
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