मिर्जापुर/बांदा। नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, सोनिया गांधी समेत अन्य नेताओं के खिलाफ दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में आरोपपत्र दाखिल किया है। इसमें कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के नाम आने के बाद से सियासत तेज हो गई है। कांग्रेस केंद्र पर गांधी परिवार को बदनाम करने की साजिश रचने का आरोप लगा रही है। अब नेशनल हेराल्ड के कुछ शेयरहोल्डरों के परिजन सामने आए हैं और जरूरत पड़ने पर अदालत में गवाही देने की बात कही है।
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उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर के रहने वाले राजेंद्र प्रसाद ने कहा, "सुना था कि नेशनल हेराल्ड के कुछ शेयर हमारी पुरानी फर्म के नाम पर थे। लेकिन हमें इसका कुछ लाभ नहीं मिला। जो बातें सामने आई हैं, अगर वे सही साबित होती हैं तो गांधी परिवार ने हमारे साथ धोखा किया है। अगर नेशनल हेराल्ड पर एक परिवार का कब्जा हुआ है तो यह गलत था, हमारे साथ ही नहीं बल्कि जनता के साथ धोखा हुआ। अगर जरूरत पड़ी तो हम कोर्ट में गवाही देने के लिए भी जाएंगे।"
उत्तर प्रदेश के ही बांदा के रहने वाले ईशान सिंह ने नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी द्वारा दायर चार्जशीट का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि इसका इंतजार देशवासी कर रहे थे। उन्होंने गांधी परिवार के नेशनल हेराल्ड पर कब्जा करने की बात को खारिज करते हुए कहा कि जब अदालत में सारे शेयर होल्डरों के नाम हैं तो धोखा कहां से हुआ है?
ईशान सिंह ने कहा, "हम गांधी परिवार के प्रति कल भी ईमानदार थे, आज भी ईमानदार हैं और आगे भी ईमानदार रहेंगे। हम लीगल शेयर होल्डर हैं और जब चाहेंगे कानूनी प्रक्रिया के तहत अपना हक प्राप्त कर लेंगे।" उन्होंने कहा कि इस मामले में वह नहीं चाहते हैं कि गांधी परिवार के सदस्यों की गिरफ्तारी हो। हां, अगर कोर्ट में गवाही देने की जरूरत पड़ी तो वह गांधी परिवार के पक्ष में गवाही देने के लिए तैयार हैं।
--आईएएनएस
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