बागपत। उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के सिरसली गांव में गुरुवार को उस वक्त दहशत फैल गई जब बाइक सवार दो हमलावरों ने दिनदहाड़े ग्राम प्रधान और उसके साथी पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं। फायरिंग की इस सनसनीखेज वारदात में ग्राम प्रधान धर्मेंद्र और उसका साथी विनीत गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों को मेरठ के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है।
हमलावरों ने चार राउंड फायर किए, प्रधान और साथी को लगी गोली ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
घटना दोपहर की है जब ग्राम प्रधान धर्मेंद्र अपने साथी विनीत के साथ गांव के बाहर ताश खेल रहा था। उसी दौरान बाइक पर सवार होकर दो बदमाश आए और बिना किसी चेतावनी के फायरिंग शुरू कर दी। प्रधान को दो और विनीत को एक गोली लगी, जिससे दोनों लहूलुहान होकर मौके पर गिर पड़े। हमलावर चार राउंड फायर कर मौके से फरार हो गए। पुलिस को घटनास्थल से गोली के चार खाली खोखे बरामद हुए हैं।
प्रधानी चुनाव रंजिश की आशंका
पुलिस की प्रारंभिक जांच के अनुसार इस हमले के पीछे प्रधानी चुनाव से जुड़ी पुरानी रंजिश को कारण माना जा रहा है। ग्रामीणों और प्रधान के परिजनों का कहना है कि हमलावर हाल ही में जेल से छूटकर आया था और उसने पुरानी दुश्मनी में इस वारदात को अंजाम दिया है।
पिता ने की थी पूर्व प्रधान की हत्या
ग्रामीणों के अनुसार, जिस हमलावर ने आज प्रधान पर हमला किया, उसके पिता सत्येंद्र ने वर्ष 2016 में तत्कालीन प्रधान भूपेंद्र की गोली मारकर हत्या कर दी थी। सत्येंद्र को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी और वह इस समय जेल में बंद है। अब उसी के बेटे ने एक बार फिर सत्ता संघर्ष में खून बहाया है, जिससे पूरे गांव में भय और तनाव का माहौल व्याप्त है।
पुलिस सतर्क, गांव में तैनात भारी बल
घटना की सूचना मिलते ही एसपी बागपत सहित पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। सिरसली गांव में फिलहाल कई थानों की फोर्स तैनात कर दी गई है ताकि कानून-व्यवस्था बनी रहे। हमले के बाद आरोपी फरार हो गए हैं और उनकी तलाश के लिए पुलिस ने चार टीमें गठित की हैं।
एसपी का बयान
एसपी बागपत ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा, "हमले की घटना गंभीर है। हमलावरों की पहचान हो चुकी है और उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पीड़ितों को बेहतर चिकित्सा सुविधा दी जा रही है। गांव में शांति बनाए रखने के लिए आवश्यक बल तैनात किया गया है।"
गांव में डर का माहौल, लोग सहमे
घटना के बाद से सिरसली गांव में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि यह हमला न केवल ग्राम पंचायत स्तर की राजनीति का खतरनाक चेहरा है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि पूर्व रंजिशें किस हद तक खून-खराबे में बदल सकती हैं।
यह मामला स्थानीय प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बन गया है, क्योंकि यह न केवल कानून-व्यवस्था का प्रश्न है, बल्कि ग्रामीण राजनीति में बढ़ते अपराध और हिंसा की प्रवृत्ति का भी प्रतीक बनता जा रहा है।
भारतीयों का खून बहाने वालों के लिए कोई भी ठिकाना सुरक्षित नहीं, 22 मिनट में ही दुश्मन ने टेके घुटने: पीएम मोदी
‘सभी मुद्दों पर चर्चा करने के लिए तैयार आयोग’, इलेक्शन कमीशन ने राहुल गांधी को दिया चर्चा का निमंत्रण
CM फडणवीस का राहुल को दो टूक जवाब, कहा- 'कब तक हवा में तीर चलाते रहोगे'
Daily Horoscope