बागपत। भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के कार्यकर्ताओं ने प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। मामला 18 जून को बागपत विकास भवन सभागार में आयोजित किसान दिवस कार्यक्रम से जुड़ा है, जहां अधिकारियों द्वारा किसानों की समस्याएँ सुनी जा रही थीं।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
इसी दौरान भारतीय किसान यूनियन (राजनीतिक) के ज़िला अध्यक्ष नरेश पाल द्वारा भाकियू टिकैत पर कथित टिप्पणी किए जाने के बाद कार्यक्रम में हंगामा हो गया। बाद में नरेश पाल की तहरीर पर भाकियू टिकैत के दो नामजद पदाधिकारियों सहित 12 अज्ञात कार्यकर्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया। इस कार्रवाई के विरोध में भाकियू टिकैत के कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश फैल गया है।
रविवार को भाकियू टिकैत की एक विशेष बैठक आयोजित की गई जिसमें आगे की रणनीति तय की गई। बैठक के बाद भाकियू टिकैत के पदाधिकारियों ने अपनी तहरीर भी पुलिस को दी, जिसके आधार पर पुलिस ने अब भाकियू (राजनीतिक) के ज़िला अध्यक्ष नरेश पाल और तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर लिया है।
भाकियू टिकैत के ज़िला अध्यक्ष ने प्रशासन पर एकतरफा कार्रवाई और मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कहा कि “हमारे निर्दोष कार्यकर्ताओं पर झूठे मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। सरकार ने किसानों के नाम पर कई संगठन खड़े कर दिए हैं जो असल में किसानों का उत्पीड़न कर रहे हैं। अगर किसानों की आवाज दबाने की कोशिश की गई तो हम सड़कों पर उतरकर जोरदार आंदोलन करेंगे।”
उन्होंने प्रदेश सरकार व प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि किसान विरोधी नीतियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। किसानों के शोषण के खिलाफ भाकियू टिकैत हर स्तर पर संघर्ष करेगी।
पुलिस का कहना है कि दोनों पक्षों की तहरीरों पर मुकदमा दर्ज कर निष्पक्ष जांच की जा रही है। जल्द ही मामले की सच्चाई सामने लाई जाएगी।
एयर इंडिया विमान हादसा: AAIB की प्रारंभिक रिपोर्ट जारी, जानें मुख्य बातें
पीएम मोदी ने 16वें रोजगार मेले में 51,000 युवाओं को सौंपे नियुक्ति पत्र, बोले- युवा राष्ट्र निर्माण के सिपाही
अमरनाथ यात्रा : 1.63 लाख श्रद्धालुओं ने किए बाबा बर्फानी के दर्शन
Daily Horoscope