अमरीष मनीष शुक्ला, इलाहाबाद । इलाहाबाद के लालापुर गांव में दो महीने पहले 10 मार्च को
संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी के फंदे पर मिली किशोरी का मामला फिर से
गर्म हो चुका है। दो माह बाद किशोरी का शव कब्र से खोदकर बाहर निकाला गया।
शव पीएम के लिये भेजा गया है। रिपोर्ट में अब यह सच सामने आयेगा कि आखिर
बेटी के साथ हुआ क्या था। मां का कहना था कि बेटी के साथ दरिंदगी हुई थी और
फिर उसकी हत्या की गई थी। लेकिन साजिश रचकर इसे आत्महत्या बता दिया गया ।
हत्या का आरोप मृतका के चाचा पर लगा है। बता दे कि पारिवारिक दबाव के चलते
मामला दबा दिया गया था। लेकिन बेटी की मौत का सच सामने लाने और न्याय
दिलाने के लिये, मां की, चौखट दर चौखट पुकार पर डीएम ने एक्शन लिया।
मजिस्ट्रेट की मौजूदगी और सैकड़ों लोगों के सामने शव बाहर निकाला गया।
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आत्महत्या नहीं हत्या हुई है
इलाहाबाद के लालापुर निवासी सलमा बेगम की 16 वर्षीय बेटी साजिया की संदिग्ध
परिस्थतियों में बीते 10 मार्च को तब मौत हो गई थी। जब वह अपने माइके गयी
हुई थी। फोन पर ही उसे बताया गया कि साजिया ने फांसी लगा ली है। बात बढे
उससे पहले ही साजिया का शव दफनाकर सब ने चुप्पी साध ली। सलमा चिल्लाती रही
कि साजिया ने आत्महत्या नहीं की है। बल्कि उसकी हत्या की गई है। पर उसकी
किसी ने नहीं सुनी।
इकलौती बेटी थी
सलमा के लिये साजिया ही सबकुछ थी। इकलौती बेटी होने के कारण वह बहुत दुलारी
थी। उसका यूं चले जाना । मां को पच नहीं रहा है। सलमा बेगम ने अपने देवर
मुन्ने मिया पर बेटी की हत्या कर लाश दफना देने का आरोप लगाया है। हालांकि
सलमा को इसके लिये पूरे परिवार व समाज से लड़ना पड़ रहा है। पर सलमा की जिद
है कि वह बेटी को न्याय दिलाकर रहेगी। सलमा ने थाने से लेकर तहसील, सीओ, एसपी सबसे गुहार लगाई। डीएम से भी मिली।
शुरू में किसी ने मदद नहीं की। लेकिन सलमा ने हार नहीं मानी। वह माइके
वालों के साथ डीएम के पास गुहार लगाती रही और अब जाकर उसे न्याय मिलने की
उम्मीद दिख रही है।
मजिस्ट्रेट बोले कार्रवाई होगी
डीएम संजय कुमार से कब्र से साजिया की लाश निकालकर पोस्टमार्टम का आदेश
दिया तो एसडीएम बारा राजकुमार द्विवेदी की मौजूदगी में शव निकाला गया।
इनका कहना है जांच में जो तथ्य आयेगा। उसके आधार पर कार्रवाई जरूर होगी।
मां बोली.....
साजिया की मां सलमा ने बताया कि 10 मार्च को वह अपने मायके गई थी। घर में
साजिया अकेली थी। तभी उसके साथ दरिंदगी हुई है। देवर मुन्ने ने बेटी को
पहले जमकर पीटा और फिर गला दबाकर हत्या की है। मुझे फोन कर कहा गया कि
साजिया ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है, जल्दी घर आ जाओ। इसके तुरंत
बाद उसकी लाश गांव में ही दफना दी गई। आखिर बिना कारण मेरी बेटी क्यों
आत्महत्या करेगी। अभी तो उसने दुनिया भी नहीं देखी थी। वह तो अभी बचपने में
ही जी रही थी।
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