अमरीष मनीष शुक्ल, इलाहाबाद। आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिम के बॉस असउद्दीन ओवैसी को एकबार
फिर झटका लगा है। एक बार फिर इलाहाबाद में प्रस्तावित उनकी सभा पर रोक लगा
दी गई है । या यूं कहें कि उन्हें जनसभा करने की अनुमति नहीं दी गई। मालूम
हो कि यूपी की पूर्ववर्ती अखिलेश सरकार ने भी कई बार ओवैसी के तय
कार्यक्रम पर पानी फेरे दिया था और जनसभा की अनुमति नहीं दी थी। अब कुछ उसी
तरह का रवैया योगी सरकार ने भी अपना लिया है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
बता दें कि आल इंडिया
मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन का 21 अक्तूबर को जनसभा प्रस्तावित थी। जिसमें
एआईएमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा सांसद असउद्दीन ओवैसी बतौर चीफ गेस्ट आ
रहे थे। लेकिन स्थानीय प्रशासन ने सरकार मशीनरी से मशावरा के बाद सुरक्षा
कारणों का हवाला देते हुये जनसभा की अनुमति नहीं दी। इससे एक बार ओवैसी के
इलाहाबाद आने की उम्मीदों को बड़ा झटका लगा है। दरअसल इलाहाबाद में अपनी जड़
जमा रही एआईएमआईएम को ओवैसी संजीवनी देना चाह रहे हैं। यही कार्यकर्ताओं की
मांग भी है। लेकिन ओवैसी को पहले लोकसभा फिर विधानसभा और अब नगर निगम
चुनाव के पहले जनसभा करने से रोक दिया गया है। यानी उनके इलाहाबाद आने की
योजना पर ब्रेक लग गया है।
क्यों नहीं मिली अनुमति
पहली
चीज की अभी तक ओवैसी की जनसभा न होने के पीछे उनकी कट्टरवादी छवि को ही
बताया जाता रहा है। जिससे माहौल खराब होने की आशंका व्यक्त की जाती रही है।
लेकिन इस बार प्रशासन ने कारण दूसरे बताये है। सिटी मजिस्ट्रेट अशोक
कुमार कनौजिया ने बताया कि अभी कई त्यौहार व मेला चल रहा है। पुलिस उसकी
सुरक्षा में व्यस्त है। साथ ही जनसभा वाली रोड पर जनसभा कराना भी संभव नहीं
है। स्थानीय क्षेत्राधिकारी व थानेदार ने भी कार्यक्रम न कराने की रिपोर्ट
दी है। ऐसे में सुरक्षा कारणों से ओवैसी की सभा को निरस्त करने का आदेश
दिया गया है।
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