ऋतु भार्गव, मेरठ। मेरठ
में बदमाशों ने अपना आतंक मचा रखा और पुलिस को बौना साबित कर ताबड़तोड़ घटनाओ को अंजाम दे रहे है। मेरठ में इस बार बदमाशों ने एक मासूम का अपहरण
कर रंगदारी न मिलने पर उसका कत्ल कर दिया। घटना के बाद से इलाके में सनसनी
फैली हुई है जबकि पुलिस कई टीमें लगाकर जल्द ही आरोपियों को पकड़ने का दम भर
रही है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
आपको
बता दें मेरठ के थाना भावनपुर क्षेत्र के नबीपुर में रहने वाला शिवा मंगलवार को
अपने घर से अपने स्कूल को निकला था। शिवा महज 16 वर्ष का था जो कि रोज की
तरह ही आज भी परीक्षितगढ़ स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में पढ़ने के लिए गया था। शिवा को 2 बजे अपने घर लौट आना था, लेकिन शिवा शाम तक भी अपने घर नहीं
लौटा तो परिवार वालों को फ़िक्र हुई, और उन्होंने बच्चे की तलाश शुरू की। शाम
होते होते क्षेत्र के ही गांव नगला शाहू में शिवा की लोकेशन मिली। लोकेशन
मिलते ही गांव वालों ने नगला शाहू के खेतों को घेर लिया और अपना डेरा जमा
लिया, जिससे बदमाश घबरा गए और बदमाशों ने शिवा को गोली मार दी। गोली चलने
की आवाज़ जैसे ही गांव वालो ने सुनी तो वो समझ गए कि शिवा के साथ कोई अनहोनी
हो गई है। काफी मशक्कत के बाद शिवा को तलाश लिया गया। शिवा को गोली लगी
थी, जिससे उसको मेरठ के आनंद हॉस्पिटल में भर्ती कराया, लेकिन शिवा मौका ऐ
वारदात पर ही दम तोड़ चुका था। शिवा को अस्पताल में मृत घोषित कर दिया,
जिसके बाद परिजनों पर गमों का पहाड़ टूट पड़ा, और परिजन पूरी तरह से परेशान हो
गए। इस दौरान परिजनों ने मीडिया से बात तक नहीं की। लेकिन जिले की कप्तान
अपने मुँह से ही पूरी कहानी सुना रही है कि किस तरह से बच्चे के पिता से 40 लाख रूपये की रंगदारी मांगी गई, और न देने पर उसको मौत के घाट
उतार दिया गया।
हालांकि एसएसपी का कहना है कि इस घटना में इनके गांव के
लोग भी शामिल हो सकते है, बाकि परिजनों की तहरीर के आधार पर आगे की
कार्रवाई की जाएगी। लेकिन फिलहाल एसपी क्राइम और तीन सीओ व पांच थाना
अध्यक्षों को घटना के खुलासे में लगाया गया है। उम्मीद है जल्द ही आरोपी
पुलिस की गिरफ्त में आ जाएंगे।बताया
जाता है शिवा के परिजनों से दो दिन पहले भी फोन कॉल के माध्यम से रंगदारी
मांगी गई थी, लेकिन शिवा के पिता महज एक ड्राइवर है, इतनी रकम न होने के
चलते उन्होंने भी इग्नोर कर दिया। लेकिन आज उन्होंने सोचा भी नहीं होगा कि
घर से स्कूल के लिए गया उनका लाल आज घर ही नहीं लौटेगा। लेकिन अब देखना यही
होगा कि इस घटना के पीछे किसका हाथ है, कोई है जो पैसों के लिए ये सब कर
रहा है या किसी जानकार ने ही इस घटना को अंजाम दिया है। लेकिन इससे जरूर
साबित होता है कि मेरठ में पुलिस का इकबाल आज खत्म हो गया है। आज बदमाशों
के दिलों में पुलिस का तनिक भी खौफ नहीं रह गया है और वो रंगदारी, लूट,
हत्या और डकैती जैसी घटनाओं को बड़े आराम से अंजाम दे रहे हैं।
मुख्तार अंसारी की मौत : पूर्वांचल के चार जिलों में अलर्ट, बांदा में भी बढ़ी सुरक्षा, जेल में अचानक बिगड़ी थी तबीयत
हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक कश्मीर में नजरबंद
शराब घोटाला मामला: एक अप्रैल तक ईडी की हिरासत में केजरीवाल
Daily Horoscope