प्रयागराज । बाघंबरी
मठ के प्रमुख के रूप में अभिषेक होने के बाद मीडिया से पहली बातचीत में
महंत बलबीर गिरि ने कहा है कि उन्हें विश्वास है कि उनके गुरु महंत नरेंद्र
गिरि की मौत की जांच कर रही एजेंसियां बहुत जल्द सच्चाई सामने लेकर आएंगी।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
उन्होंने गुरुवार को कहा, "मैं अपने गुरु (नरेंद्र गिरि) के
आकस्मिक निधन से बहुत दुखी हूं, जिसके कारण मैंने मीडिया से बात करने से
परहेज किया था। मुझे विश्वास है कि सच्चाई जल्द ही सबके सामने आएगी।"
मठ
के प्रमुख के रूप में बलबीर गिरि का मंगलवार को अभिषेक हुआ था। उन्होंने
बताया कि वह प्रतिष्ठित मठ के दैनिक कार्यों को कैसे अंजाम देंगे।
गिरि
ने कहा, "मैं एक दिगंबर संन्यासी हूं और पिछले 18-20 वर्षों से सनातन
परंपरा का पालन कर रहा हूं। मैं अपने निर्णय अखाड़े के अपने वरिष्ठ संतों
के सामने रखूंगा और उनका मार्गदर्शन मांगूंगा और यदि मैं सही होंगा, तो वे
मेरे फैसलों को आशीर्वाद देंगे।"
निरंजनी अखाड़े के सचिव महंत
रवींद्र पुरी ने पहले घोषणा की थी कि पांच सदस्यीय 'पर्यवेक्षी बोर्ड' मठ
के कामकाज की देखरेख करेगा, जो निरंजनी अखाड़ा का हिस्सा है। जमीन बेचने या
खरीदने जैसे सभी बड़े फैसलों के लिए बलबीर गिरि को पांच सदस्यीय प्रशासनिक
निकाय की मंजूरी लेनी होगी।
रवींद्र पुरी के अलावा, अन्य सदस्य महंत दिनेश गिरि, महंत ओंकार गिरि, केशव पुरी और महंत हर गोविंद पुरी होंगे।
बलबीर
गिरि ने आगे कहा, "मैंने सभी संतों का आशीर्वाद मांगा है और उनसे अपने
गुरु की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करने का अनुरोध किया है, ताकि मठ
का कामकाज मेरे गुरु की अवधि की तरह ही सामान्य रूप से चल सके।"
निरंजनी
अखाड़े के साथ अपने संबंधों पर और वह अखाड़े के साथ संतुलन कैसे बनाएगा,
बलबीर गिरि ने कहा, "संतुलन खोजने का कोई सवाल ही नहीं है, मैं अखाड़े का
हिस्सा हूं और मैं भी अखाड़े के 'पंच परमेश्वर के सदस्यों में से एक हूं।'
मैं मठ की बेहतरी के लिए काम करूंगा।"
--आईएएनएस
कोर्ट को आप ने राजनीतिक अखाड़ा बना दिया है, भारतीय न्यायपालिका को बदनाम करने की कोशिश : शहजाद पूनावाला
हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक कश्मीर में नजरबंद
शराब घोटाला मामला: एक अप्रैल तक ईडी की हिरासत में केजरीवाल
Daily Horoscope