इलाहाबाद। इलाहाबाद के गंगा नदी पर बने लार्ड कर्जन पुल पर गुरुवार को कोई नवजात बच्ची को फेंक गया। इन्सानियत को दागदार करती यह घटना आश्चर्यजनक है। पूरा हिंदुस्तान इस समय नवरात्र में कन्या पूजन कर रहा है, ऐसे में यह घटना चौंकाने वाली है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
सुबह दुर्गा पूजन कर घर लौट रहे पति-पत्नी ने पुल पर बच्ची के रोने की आवाज सुनी। वहां एकत्र लोग गुस्सा जताते रहे थे, लेकिन किसी ने वहां भूख-प्यास से बिलखती बच्ची को सहारा देने की जहमत नहीं उठाई। दंपती ने बच्ची को उठाया और उसके परिजनों का पता लगाने का प्रयास किया। बाद में पुलिस सूचना देकर दंपती बच्ची को लेकर अस्पताल पहुंचे। यहां प्राथमिक उपचार के बाद दंपती फाफामऊ पुलिस चौकी पहुंचे और बेटी को अपनाने की इजाजत पुलिस से मांगी। इसकी औपचारिक स्वीकृति मिलते ही बच्ची को मां लक्ष्मी का रूप मानकर गोद ले लिया गया और पालन पोषण करने के लिए घर लेकर चले गए।
कौन थे दंपती
इलाहाबाद के भुलई का पूर गोविदंपुर के रहने वाले मनोज कुमार और पत्नी पूजा के पहले से ही तीन बेटी और एक बेटा था। इसके बाद भी बेटी को अपनाने में ये नहीं हिचके। ये लोग मलाका स्थित नवदुर्गा मंदिर से लौट रहे थे।
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