प्रयागराज। पहली बार, उत्तर प्रदेश के राज्य बोर्ड से संबद्ध स्कूलों में कक्षा 9 और 10 में नामांकित 50 लाख से अधिक छात्रों के पास अब विशिष्ट सीखने के लक्ष्य होंगे।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
राज्य माध्यमिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने घोषणा की है कि राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी), यूपी के विशेषज्ञों ने इन छात्रों के लिए सीखने के परिणामों को परिभाषित किया है।
सीखने के परिणामों को स्थापित करने का निर्णय नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) -2020 की सिफारिशों के अनुरूप है, जो कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों पर केंद्रित है।
इस पहल का उद्देश्य स्कूलों में सीखने की गुणवत्ता में सुधार करना है। निर्देश सुधारात्मक कार्रवाइयों के माध्यम से इन लक्ष्यों को प्राप्त करने के महत्व पर जोर देता है।
महानिदेशक (स्कूल शिक्षा) विजय किरण आनंद ने अंग्रेजी, गणित और विज्ञान विषयों के सीखने के परिणामों का विवरण जिला शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थानों (डीआईईटी) के सभी प्राचार्यों और स्कूलों के जिला निरीक्षकों (डीआईओएस) को भेज दिया है।
--आईएएनएस
10 वर्षीय कृष अरोड़ा असाधारण प्रतिभा के हैं धनी, 162 आईक्यू स्कोर के साथ आइंस्टीन और स्टीफन हॉकिंग से भी है तेज दिमाग
बिहार में सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी की परीक्षा रद्द, प्रश्न पत्र लीक होने की आशंका
क्लैट परीक्षा 1 दिसम्बर को देशभर के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर होगी आयोजित
Daily Horoscope