अगरतला। त्रिपुरा में 25 सााल तक माणिक सरकार की अगुवाई वाले वाम मोर्चे का शासन खत्म हो चुका है। लेकिन, बीजेपी राज में त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री माणिक सरकार की मुश्किलें बढ़ सकती है। माना जा रहा है कि बीजेपी सरकार फिर से उस 13 साल पुराने मामले की जांच शुरू कर सकती है, जब माणिक सरकार के आवास में बने सेप्टिक टैंक से एक महिला का कंकाल मिला था। त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में बीजेपी की जीत का चेहरा रहे सुनील देवधर के ट्वीट के बाद कुछ ऐसे ही कयास लगाए जा रहे है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
देवधर ने एक ट्वीट कर त्रिपुरा के नवनियुक्त मुख्यमंत्री विप्लव कुमार देव से कहा कि सभी मंत्रियों के क्वार्टर के सेप्टिक टैंक उनके आने से पहले साफ करवाए जाएं क्योंकि माणिक सरकार के क्वार्टर में सेप्टिक टैंक से एक नरकंकाल निकला था। त्रिपुरा बीजेपी प्रभारी सुनील देवधर ने शुक्रवार रात अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, मैं त्रिपुरा के नए मुख्यमंत्री विप्लव कुमार देव से आग्रह करता हूं कि मंत्रियों के आवास में उनके जाने से पहले वहां के सेप्टिक टैंकों की सफाई करवा दें।
उन्होंने लिखा, शायद आपको याद हो कि 4 जनवरी, 2005 को पूर्व मुख्यमंत्री माणिक सरकार के आवास में बने सेप्टिक टैंक से एक महिला का कंकाल मिला था, लेकिन इस मामले को जानबूझकर दबा दिया गया। अपने ट्वीट में ऐसे मामले का जिक्र कर देवधर ने जताया है कि सरकार बदलने के बाद भी वह लेफ्ट को घेरने का कोई मौका नहीं छोडऩे वाले हैं। हालांकि, सीएम विप्लव देव की ओर से इस पर अब तक कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
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