चेन्नई। तमिलनाडु पुलिस तंजावुर के एक बैंक लॉकर से बरामद किए गए 500 करोड़ रुपये के एमराल्ड शिवलिंग के स्रोत की तलाश कर रही है। जांच का नेतृत्व कर रहे अतिरिक्त डीजीपी के जयंत मुरली ने संवाददाताओं से कहा कि वे इस बात का पता लगा रहे हैं कि गुरुवार को जिस व्यक्ति के लॉकर में शिवलिंग बरामद हुआ था, वह मूर्ति कहां से आई थी।
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पुलिस ने एक गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई की थी कि तंजावुर में एक घर में प्राचीन मूर्तियां रखी गई थीं। उन्होंने एन.एस. लिंगम के मालिक, ऑक्टोजेरियन समियप्पन के बेटे अरुण से पूछताछ की। हालांकि, उन्होंने कहा कि उन्हें कुछ भी नहीं पता था और उनके पिता ने बैंक लॉकर में एक एमराल्ड शिवलिंग रखा था।
पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या यह शिवलिंग 2016 में नागपट्टिनम जिले के थिरुकुवलाई में शिव मंदिर से गायब हुआ था। जयंत मुरली ने मीडियाकर्मियों को बताया कि सम्यप्पन और अरुण जांच में सहयोग कर रहे हैं।
2009 में केरल के अलुवा में आदि शंकर जन्मभूमि से एक पन्ना शिवलिंग की मूर्ति गायब हो गई थी और इसका कोई सुराग नहीं था कि यह कहां थी। केरल पुलिस ने एक मंदिर चोरी विशेष जांच दल का गठन किया था, लेकिन मंदिर चोरी के कई अन्य मामलों को सुलझाने वाली कुलीन टीम इस मामले को नहीं सुलझा सकी और मूर्ति अभी भी मायावी बनी हुई है।
--आईएएनएस
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