चेन्नई। द्रविड़ मुनेत्र कडग़म (द्रमुक) के नेता एम. के. स्टालिन ने शनिवार को कहा कि अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कडग़म(अन्ना द्रमुक) को उपलब्ध अवसरों का उपयोग और कावेरी जल के अधिकार को स्थापित करने के लिए केंद्र की भाजपानीत-सरकार के विरुद्ध अविश्ववास प्रस्ताव को जरूर समर्थन करना चाहिए। एक बयान में उन्होंने कहा कि अगर उनकी पार्टी लोकसभा में होती तो वह तेदेपा के प्रस्ताव का समर्थन करने की घोषणा करती। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
स्टालिन ने कहा कि मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी को अविश्वास प्रस्ताव के लिए एआईएडीएमके के समर्थन की घोषणा करनी चाहिए और सरकार पर कावेरी प्रबंधन बोर्ड (सीएमबी) व कोवेरी जल नियामक समिति (सीडब्ल्यूआरसी) गठित करने के लिए दबाव डालना चाहिए। स्टालिन ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय ने 16 फरवरी को केंद्र को सीएमबी और सीडब्ल्यूआरसी गठित करने का आदेश दिया था।
स्टालिन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कावेरी नदी जल मुद्दे पर सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल से मिलने के इच्छुक नहीं थे। अन्ना द्रमुक के एक वरिष्ठ नेता ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर शुक्रवार को आईएएनएस से कहा, ‘‘पार्टी इस मुद्दे पर निर्णय लेगी।’’ इससे पहले गुरुवार को, तमिलनाडु विधानसभा ने केंद्र सरकार द्वारा सीएमबी और सीडब्ल्यूआरसी गठित करने के संबंध में प्रस्ताव पारित किया था।
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