चेन्नई। उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने यहां रविवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को रद्द करना राष्ट्रहित में है और इसे राजनीतिक मसले की तरह नहीं, बल्कि राष्ट्रीय मसले के रूप में देखा जाना चाहिए। उपराष्ट्रपति दो साल का कार्यकाल पूरा होने के अवसर पर प्रकाशित एक किताब के विमोचन समारोह में बोल रहे थे। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
'लिस्निंग, लर्निग एंड लीडिंग' नामक इस किताब में उपराष्ट्रपति के दो साल के कार्यकाल का ब्योरा है।
नायडू ने न्यायापालिका के मसले पर स्थायी समिति की सिफारिश का जिक्र करते हुए कहा कि लोगों की कठिनाइयों को दूर करने के लिए सुप्रीम कोर्ट की पीठें विभिन्न नगरों में होनी चाहिए।
उन्होंने कहा, "यह वक्त की जरूरत है कि कम से कम चार महानगरों में सुप्रीम कोर्ट की पीठें हों। इसका आरंभ करते हुए चेन्नई में एक (सुप्रीम कोर्ट की पीठ) चेन्नई में स्थापित की जा सकती है।"
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