चेन्नई। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के. पलनीस्वामी ने सोमवार को कहा कि तूतीकोरिन पुलिस सिर्फ 22 मई को हिंसा और आगजनी करने वालों को ही गिरफ्तार कर रही है। पलनीस्वामी ने विधानसभा में कहा कि तमिलनाडु में देश में सबसे ज्यादा विरोध प्रदर्शन होते हैं और लोगों को ज्यादा से ज्यादा सुरक्षा प्रदान की जाती है। पलनीस्वामी ने कहा कि अनुमति और सुरक्षा उचित प्रदर्शनकारियों को दी गई है, जो जनता की सेवा करना चाहते हैं या उनके अधिकारों की रक्षा करना चाहते हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास तस्वीरों के रूप में पर्याप्त साक्ष्य हैं, जिनमें 22 मई को तूतीकोरिन में स्टरलाइट कॉपर संयंत्र के विरोध में आंदोलनकारियों के प्रदर्शन करने के दौरान असामाजिक तत्व पेट्रोल बम फेंकते हुए, वाहनों में आग लगाते हुए देखे जा सकते हैं।’’ पलनीस्वामी ने कहा, ‘‘हम जनता को नहीं, बल्कि ऐसे लोगों को असामाजिक तत्व के रूप में दिखाना चाहते हैं।’’
उन्होंने कहा कि पुलिस उन असामाजिक तत्वों को उचित सबूतों के आधार पर ही गिरफ्तार कर रही है। उन्होंने सदन को आश्वस्त किया कि तूतीकोरिन में 22 मई को हुई हिंसा की जांच के लिए गठित उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अगुआई वाली एक सदस्यीय जांच आयोग की रिपोर्ट के आधार पर जो अधिकारी दोषी होंगे, सिर्फ उनके खिलाफ ही कार्रवाई की जाएगी।
पलनीस्वामी ने एक बयान में आश्वासन दिया कि 25 मई को असामाजिक तत्वों द्वारा एक बस में आग लगाने के बाद उसमें सवार वल्लीअम्मल की मौत होने के बाद उसके परिजनों को 10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। बस में जलने के बाद वल्लीअम्मल को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां 31 मई को उनकी मौत हो गई थी।
--आईएएनएस
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