चेन्नई। लोकसभा में बीजेपी और कांग्रेस के बाद तीसरी सबसे बड़ी पार्टी का दर्जा हासिल करने के बाद द्रमुक अपने पार्टी अध्यक्ष और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन को राष्ट्रीय स्तर पर उतारने की तैयारी के तहत 2 अप्रैल को राष्ट्रीय राजधानी में अपने पार्टी कार्यालय के भव्य उद्घाटन के साथ राष्ट्रीय नेतृत्व तक अपनी पहुंच बनाने की योजना पर काम कर रहा है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
द्रमुक संसदीय दल के नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री टी.आर. बालू पहले ही भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और अन्य वरिष्ठ नेताओं को निमंत्रण दे चुके हैं।
पार्टी के राज्य संगठन सचिव आर.एस. भारती ने कहा कि अमित शाह को दिया गया निमंत्रण एक शिष्टाचार था। उन्होंने कहा कि अन्नाद्रमुक नेताओं को भी समारोह में आमंत्रित किया गया है।
यह कोई रहस्य नहीं है कि स्टालिन राष्ट्रीय महत्वाकांक्षाओं को पूरा कर रहे हैं और 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए के खिलाफ एक क्षेत्रीय गठबंधन का नेतृत्व करने की योजना बना रहे हैं। जहां तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए के संभावित विकल्प के लिए क्षेत्रीय नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं, वहीं स्टालिन को डीएमके का समर्थन करने वाली कांग्रेस के साथ फायदा है।
बालू समेत द्रमुक के शीर्ष नेता स्टालिन को राष्ट्रीय मंच पर पहुंचाने की योजना बना रहे हैं। स्टालिन के पिता और तमिलनाडु के दिवंगत मुख्यमंत्री कलिग्नार करुणानिधि ने पहले एनडीए और यूपीए दोनों के साथ राजनीतिक संबंधों में प्रवेश किया था।
यह देखना होगा कि स्टालिन को एक वैकल्पिक क्षेत्रीय नेता के रूप में आगे बढ़ाने के लिए द्रमुक किस तरह सफल होती है क्योंकि कई अन्य खिलाड़ी राष्ट्रीय भूमिका के लिए इच्छुक हैं।
--आईएएनएस
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