चेन्नई। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने दिल्ली, ओडिशा, राजस्थान और हरियाणा में अपने समकक्षों से पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध पर पुनर्विचार करने और ग्रीन पटाखों की बिक्री को अनुमति देने का आग्रह किया है। स्टालिन ने अपने चार समकक्षों के लिखे पत्र में उनसे इस दिवाली के दौरान अपने राज्यों में सुप्रीम कोर्ट और नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) द्वारा निर्धारित मानदंडों के भीतर आने वाले पटाखों की बिक्री की अनुमति देने का अनुरोध किया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
शीर्ष अदालत के ग्रीन पटाखों को अनुमति देने के आदेश का हवाला देते हुए स्टालिन ने कहा कि पूरी तरह से प्रतिबंध उचित नहीं है।
स्टालिन ने कहा, "इस तरह का प्रतिबंध अन्य देशों में प्रचलित नहीं है। इसके अलावा, यदि अन्य राज्यों द्वारा भी इस तरह का प्रतिबंध लगाया जाता है, तो पूरे उद्योग को बंद कर दिया जाएगा, जिससे लगभग 8 लाख लोगों की आजीविका खतरे में पड़ जाएगी।"
उन्होंने कहा, "आप इस बात की भी सराहना करेंगे कि पटाखे फोड़ना भारतीय त्योहारों का एक अभिन्न अंग है, विशेष रूप से दिवाली का एक अभिन्न अंग है। एक संतुलित ²ष्टिकोण जो पर्यावरण, आजीविका और सार्वजनिक स्वास्थ्य को उचित सम्मान देने वाला संतुलित ²ष्टिकोण संभव और आवश्यक है।"
देश के करीब 90 फीसदी पटाखे तमिलनाडु के शिवकाशी में बनते हैं और करीब आठ लाख मजदूर इस सेक्टर पर निर्भर हैं।
--आईएएनएस
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