चेन्नई। तमिलनाडु के स्वास्थ्य सचिव जे. राधाकृष्णन ने गुरुवार को कहा कि राज्य में कोविड-19 के इलाज के लिए पर्याप्त संख्या में बेड और दवाओं का स्टॉक मौजूद था। उन्होंने लोगों से भी आग्रह किया कि वे कोरोनावायरस संक्रमण बढ़ने से घबराएं नहीं। राधाकृष्णन ने यहां मीडिया से बात करते हुए कहा कि कोविड-19 और अन्य बीमारियों के इलाज के लिए दवाएं बड़ी मात्रा में उपलब्ध हैं और लोगों को इसके बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
उन्होंने कहा कि राज्य में करीब 120 करोड़ रुपये की दवाएं हैं जो आराम से तीन महीने तक चल सकती हैं।
राधाकृष्णन ने लोगों से आग्रह किया कि वे राज्य में कोरोनावायरस से संक्रमण के मामलों के बढ़ने से घबराएं नहीं, क्योंकि मृत्युदर 1.35 प्रतिशत कम है।
राधाकृष्णन के मुताबिक, चेन्नई और कोयंबटूर जैसे बड़े शहरों में लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया जा रहा था, इसलिए बेड मिलने में कुछ दिक्कतें आ रही थीं।
राज्यभर में बिस्तर पर पड़े मरीजों की संख्या लगभग 10 प्रतिशत है, और चेन्नई में यह संख्या लगभग 20 प्रतिशत है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने उन मरीजों के लिए जांच प्रणाली शुरू की है, जिन्हें बिस्तर आवंटित किया जाना है। उनके मुताबिक, प्रदेश में सक्रिय कॉविड-19 मामले करीब 50,000 हैं।
उन्होंने कहा, "अस्पतालों में बिजली, ऑक्सीजन और अन्य की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए टीमें हैं।"
उन्होंने यह भी कहा कि 45 या उससे अधिक उम्र के सभी पात्र व्यक्तियों को टीका लगवाना चाहिए और वायरस का ट्रांसमिशन चेन तोड़ने के लिए मास्क पहनना और सावधानियां बरतना महत्वपूर्ण है।
राधाकृष्णन ने कहा कि एक कोरोनावायरस संक्रमित व्यक्ति इसे 10 व्यक्तियों तक फैला सकता है।
--आईएएनएस
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