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उदयपुर। शहर से सटे बड़गांव क्षेत्र के लोयरा गांव में गुरुवार को एक महिला अपने चार माह की दुधमुही बालिका को लेकर 50 फीट गहरे कुएं में कूद गई। सिविल डिफेंस की टीम महिला के शव को निकालने में सफल रही लेकिन बालिका का अभी तक पता नहीं चल पाया। बताया गया कि महिला दूध लेने निकली थी।
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मिली जानकारी के अनुसार लोयरा निवासी 30 वर्षीया निर्माला पत्नी शंकर गमेती गुरुवार सुबह छह बजे अपनी चार माह की बेटी को लेकर घर से दूध लेने निकली थी। काफी देर तक वह घर नहीं लौटी तो परेशान परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की। आसपास क्षेत्र में काफी तलाशने के बाद उसका पता नहीं चला तो परिजनों ने महिला के पीहर पालड़ी में सूचना दी। वहां से पता चला कि वह अपने पीहर भी नहीं पहुंची। इसके बाद परिजनों ने रास्ते में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेजों को खंगालना शुरू किया तो वह गांव के एक कुएं की तरफ जाते हुए दिखाई दी। पचास फीट गहरा कुआ पिछले कई सालों से उपयोग में नहीं लिया जा रहा था। इस बीच सूचना मिलते ही बड़गांव थाना पुलिस मौके पर पहुंची।
आशंका के अनुरुप कुएं को खंगालने के लिए सिविल डिफेंस की टीम बुलाई गई। जिसमें शामिल गोताखोर कैलाश मेनारिया, विजय नकवाल, भवानीशंकर वाल्मीकि और प्रकाश राठौड़ ने आते ही कुएं में शवों की तलाश शुरू कर दी। सिविल डिफेंस के कुछ सदस्य कुएं में उतरे तो बाकी सदस्यों ने कुएं के उपरी हिस्से से रस्से से नीचे डाला। आधे घंटे की मशक्कत के बाद सिविल डिफेंस की टीम को महिला का शव मिल गया और उसकी पहचान निर्मला गमेती के रूपम ें हुई। शाम छह बजे तक कुएं को खंगालने के बाद बालिका का शव नहीं मिल पाया।जब कुएं से शव निकाले गए तो निर्मला के पीहर पक्ष के लोग भी वहां मौजूद थे।
उन्होंने इस हादसे को लेेकर किसी तरह की शंका से इंकार किया। हालांकि पुलिस को आश्ंका है कि पति और पत्नी के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ था और महिला नाराज होकर घर से निकली थी।
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