-डूंगरपुर में सभापति रहते स्वच्छता को लेकर कराए कामों का किया जिक्र
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उदयपुर। गुलाबचंद कटारिया के असम के राज्यपाल बनने के बाद उदयपुर शहर विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा में कई दावेदार सामने आ रहे हैं। उदयपुर मूल के डूंगरपुर में सभापति रहे केके गुप्ता ने भी उदयपुर शहर विधानसभा से भाजपा से चुनाव लड़ने की तैयारी शुरू कर दी है। रविवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में स्वयं गुप्ता ने संकेत जाहिर किए।
भारत सरकार के स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के सदस्य तािा राजस्थान स्वच्छ भारत मिशन के संयोजक केके गुप्ता ने डूंगरपुर नगर परिषद में सभापति के दौरान स्वच्छता को लेकर किए कामों की फेहरिस्त बताई और कहा कि किस तरह उन्होंने जनसंख्या आधारित शहरों में आदिवासी क्षेत्र के डूंगरपुर शहर को देश का सबसे स्वच्छ शहर बनाए रखा। वहां किए गए कार्यों को लेकर उन्हें तीन बार प्रधानमंत्री, एक बार राष्ट्रपति तथा दो बार देश के गृहमंत्री से सम्मान मिल चुका है। उन्होंने बताया कि उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह के संसदीय क्षेत्र के पांच गांवों में स्वच्छता को लेकर काम किया और देश के सबसे स्वच्छ गांवों में उनमें से तीन चुने गए। जिनमें पहला, तीसरा और पांचवां स्थान प्राप्त किया। उनके इसी काम के चलते उन्हें गृहमंत्री अमित शाह से भी मिलने का अवसर मिला।
झुंझुनूं, मंडावा और नवलगढ़ शहरों के लिए काम कर रहे
राजस्थान उच्च न्यायालय ने उन्हें न्याय मित्र बनाकर प्रदेश के झुंझुनूं, मंडावा तथा नवलगढ़ शहरों को स्वच्छ बनाने तथा वहां पर्यटक बढ़ाने का जिम्मा दे रखा है। केके गुप्ता ने बताया कि इन शहरों में कुछ साल पहले तक बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक आते थे लेकिन कुछ वर्षों में उनकी संख्या में लगातार गिरावट आने लगी। अब वह उन सभी कामों में जुटे हैं, जिससे वहां फिर से पर्यटक बढ़ें।
उदयपुर की झीलों को साफ करने के लिए दी सलाह, पर काम नहीं हुआ
केके गुप्ता ने बताया कि झीलों की सफाई को लेकर एक बार वह श्रीनगर पहुंचे थे। जहां उन्होंने देखा कि वहां की झीलें बेहद साफ हैं। इसको लेकर जब जाना तो वह हैरत में रह गए। वहां झीलों की सफाई के लिए बतखें उपयोग में ली जा रही थी। दो महज एक—दो घंटे में सारी गंदगी चट कर जाती थी। यह देखकर उन्होंने डूंगरपुर लौटने से पहले ही वहां की गेपसागर झील में पचास बतखें उतारने के निर्देश दिए। जिसके बाद गेपसागर इतनी साफ झील हो गई कि उसमें काई देखने तक को नहीं मिलती। उदयपुर में भी जिला प्रशासन एवं नगर निकाय के अधिकारियों को यह सुझाव दिया लेकिन किसी ने इसकी जिम्मेदारी नहीं ली। उनका दावा है कि यहां की झीलों को बतखों के जरिए साफ किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि डूंगरपुर में कई साल पहले उन्होंने सौर उर्जा से संचालित नावें उतार दी थी, जबकि उदयपुर में अभी यह प्रक्रिया शुरू की जा रही है।
भाजपा ने विधानसभा चुनाव लड़ने के संकेत
गुप्ता ने पत्रकार वार्ता में संकेत दिए कि वह भारतीय जनता पार्टी से चुनाव लड़ेंगे। उदयपुर और डूंगरपुर उनके दोनों आवास हैं। डूंगरपुर में सभापति का कार्यकाल समाप्त होने के बाद पूरी तरह वह उदयपुर में सक्रिय रहने लगे। उन्होंने बताया कि उनकी इच्छा अकेले उदयपुर को ही नहीं, प्रदेश के सभी शहरों और गांवों को स्वच्छ बनाने की है।
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