उदयपुर। माही बांध के पानी को मेवाड़ बागड़ के खेतों में लाने के लिए किंग सेना मातृभूमि धर्म संघ जुलाई के दूसरे पखवाड़े में उदयपुर-बांसवाड़ा संभाग में जल संकल्प यात्रा निकलेगी। यात्रा के दौरान हर गांव कस्बे से एक मुट्ठी मिट्टी ली जाएगी जिसे प्रधानमंत्री को सौंपा जाएगा। यह निर्णय शनिवार शाम को यहां आयोजित किंग सेना मातृभूमि धर्म संघ की साधारण सभा की बैठक में लिया गया। साथ ही मावली तहसील में पशु पक्षियों एवं मवेशियों को पानी उपलब्ध कराने के लिए गांव-गांव में टंकी और परिंडे लगाने की शुरुआत की गई।
प्रताप नगर स्थित निजी वाटिका में सभा को संबोधित करते हुए संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गगन सिंह राव ने कहा कि माही बांध के पानी को उदयपुर-बांसवाड़ा संभाग में लाने की राज्य सरकार ने 33,000 करोड़ की जो डीपीआर तैयार की है वह नाकाफी है. ऊंट के मुंह में जीरे के समान है। सरकार की मंशा केवल झील और तालाब भरने की है. खेतों तक पानी पहुंचाने की नहीं है. यह संगठन मंजूर नहीं करेगा। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
मेवाड़ वागड़ के हर खेत तक पानी पहुंचाने के लिए राज्य सरकार को गुजरात के साथ 1966 में माही बांध को लेकर हुए करार को खत्म कर एक लाख करोड रुपए की लागत का नहरी तंत्र विकसित करना होगा। उदयपुर राजसमंद, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा, डूंगरपुर एवं इनसे निर्मित हुए नए जिलों के हर गांव खेत तक नहर के माध्यम तक पानी पहुंचाने के लिए संगठन जुलाई के दूसरे पखवाड़े में उदयपुर- बांसवाड़ा संभाग के हर जिला तहसील मुख्यालय से होते हुए जल संकल्प यात्रा निकालेगा।
संगठन रणनीतिकार घनेंद्र सिंह सरोहा ने कहा कि किंग सेना के बीते 3 वर्षों के संघर्ष के बाद सरकार ने माही बांध के पानी को मेवाड़ वागड़ में लाने की बात तो मानी लेकिन इसमें भी उदयपुर बांसवाड़ा संभाग के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। माही बेसिन का 35,000 एमसीएफटी पानी जालौर, बाड़मेर, पाली, सिरोही ले जाने की तैयारी है जबकि उदयपुर-बांसवाड़ा संभाग को मात्र 7000 एमसीएफटी में संतुष्ट करना चाहती है। यह अन्याय बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं होगा। मारवाड़ की पूर्ति इंदिरा गांधी कैनाल में शारदा नदी को जोड़कर की जा सकती है लेकिन उदयपुर- बांसवाड़ा संभाग को सुखा रख माही की उल्टी गंगा बहाने की चेष्टा राज्य सरकार ना करे।
कर्नल गुमान सिंह राव ने कहा कि राज्य सरकार को माही बांध के पानी से मेवाड़- वागड़ के हर गांव कस्बे के तालाब एवं खेत लबालब रह सके इसकी योजना सुनिश्चित करनी चाहिए। प्रकाश सालवी, नारायण सिंह राणावत ने मावली तहसील के बागोलिया, गडेला, खरसान और सर्जना बांध में देवास के साथ ही माही का पानी भी पहुंचने की बात कही। सभा में देवी लाल डांगी (सरपंच खेमली), अमर चन्द जाट (पुर्व सरपंच साकरोदा), भैरू लाल भील (घासा प्रदेश भाजपा अजा मोर्चा पदाधिकारी), अमर चन्द डागी आदि के साथ किंग सेना मातृभूमि धर्म संघ के सभी सक्रिय कार्यकर्ता उपस्थित थे।
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