उदयपुर । राजस्थान में कांग्रेस मतदाताओं को लुभाने के लिए अपनी महिला केंद्रित कल्याण योजनाओं और "गारंटी" पर भरोसा कर रही है, वहीं, भाजपा प्रचार के लिए अन्य राज्यों से महिला नेताओं को जुटा रही है।
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राजस्थान में सत्तारूढ़ दल का मुकाबला करने के लिए भाजपा राज्य महिला मोर्चा के अलावा, गुजरात, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड, दिल्ली और जम्मू कश्मीर की महिला नेताओं को प्रचार के लिए भेजा जा रहा है। ये महिला नेता मोदी सरकार की योजनाओं और कार्यक्रमों का प्रचार करने और आम जनता तक पहुंचने के लिए चुनावी राज्य के विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों में प्रचार कर रही हैं।
भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय महासचिव एवं राजस्थान में पार्टी की महिला इकाई की प्रभारी दीप्ति रावत भारद्वाज ने कहा कि पार्टी ने राजस्थान में चुनाव प्रचार के लिए एक रणनीति बनाई है। जिसमें महिलाओं का वोट भाजपा को मिले, इसके लिए योजना के तहत महिला नेताओं को प्रचार में लगाया गया है। राजस्थान में कुल मतदाताओं का लगभग 50 प्रतिशत महिलाएं हैं, इसलिए राज्य में गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने उनके लिए कई योजनाएं शुरू कीं है। जिसमें इंदिरा गांधी स्मार्टफोन योजना, अन्नपूर्णा फूड पैकेट योजना, राज्य रोडवेज बसों में आधा किराया, उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों के लिए 500 रुपये में गैस सिलेंडर और मुफ्त सैनिटरी नैपकिन योजना के माध्यम से महिलाओं तक पहुंचना शामिल है। इनकी योजनाओं से मुकाबला करने के लिए दूसरे राज्यों से अनुभवी महिला नेताओं को बुलाया गया है। जिन्हें अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में प्रचार का जिम्मा दिया हुआ है।
भारद्वाज ने उदयपुर में बताया कि प्रचार की रणनीति के मुताबिक, प्रत्येक मंडल में दो टीमें काम करेंगी। एक सुबह और दूसरी शाम को। मौजूदा विधायक, पूर्व विधायक, वरिष्ठ पदाधिकारी, डिप्टी मेयर या मेयर उन महिला नेताओं में इसमें शामिल किया गया है जिन्हें राजस्थान चुनाव के लिए चुना गया है। पार्टी मानती है कि महिलाओं का वोट हमेशा भाजपा और नरेंद्र मोदी को जाता रहा है। वह सिर्फ बातें नहीं करते बल्कि वादे पूरे करते हैं। यही कारण है कि महिलाएं उन पर भरोसा करती हैं। उन्होंने कहा, महिला मोर्चा की सदस्याएं घर-घर अभियान चलाए हुए है।
महिला आरक्षण बिल के संबंध में पूछने पर बताया कि कांग्रेस ने पांच दशक तक राज किया लेकिन कभी महिला आरक्षण पर गंभीरता से नहीं सोचा जबकि भारतीय जनता पार्टी इस बिल को लेकर आई, उन्होंने कहा कि कांग्रेस और भाजपा के संस्कारों में रात दिन का फर्क है कांग्रेस में भ्रष्टाचार,घोटाला, तुष्टिकरण का संस्कार है वही दूसरी और भारतीय जनता पार्टी में नैतिकता एवं इमानदारी का संस्कार है। जो शीर्ष नेतृत्व में संस्कार होते हैं वही नीचे स्तर तक आते है,जैसा नेतृत्व करता है वैसे ही कार्यकर्ता का आचार विचार होता है।
कांग्रेस शासन में राज्य में बढ़े दुष्कर्म और अत्याचार
राजस्थान में भाजपा की महिला इकाई की प्रभारी दीप्ति रावत भारद्वाज ने कांग्रेस सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस के शासन में महिलाओं पर दुष्कर्म और अत्याचार के मामले बढ़े हैं। जिन योजनाओं की वे बात करते हैं, उनसे महिलाओं को कोई लाभ नहीं मिला है। दुष्कर्म मामलों में राजस्थान नंबर एक पर है। राज्य सरकार महिलाओं के सम्मान की रक्षा करने में विफल रही।
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