- 65 लाख से अधिक किसानों के खातों में 653 करोड़ रुपये हस्तांतरित
- 20 हजार किसानों को मिली फार्म पौंड की सौगात ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
- 21 कस्टम हायरिंग केन्द्रों की होगी स्थापना
- करीब 80 हजार किसानों को मिला 350 करोड़ का अल्पकालीन फसली ऋण
टोंक। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि देश के लिए अन्न उपजाने वाले किसान भाइयों को सशक्त बनाना हमारी डबल इंजन सरकार की प्राथमिकता है। राज्य सरकार द्वारा किसान कल्याण की दिशा में कई कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि किसान की समृद्धि से ही विकसित एवं खुशहाल राजस्थान का सपना साकार होगा। हमारी सरकार संकल्प पत्र के सभी वादों को पूरा कर रही है।
मुख्यमंत्री रविवार को टोंक की कृषि उपज मंडी में ‘मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि योजना’ के राज्यस्तरीय शुभारम्भ समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत प्रदेश के किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 6 हजार रुपये की राशि के साथ ही, 2 हजार रुपये अतिरिक्त दिए जाएंगे। इसी क्रम में आज राज्य सरकार की ओर से एक हजार रुपये की पहली किस्त के तौर पर 65 लाख से अधिक किसानों के खातों में 653 करोड़ रुपये सीधे जमा किए गए हैं।
किसान कल्याण राज्य सरकार की सर्वाच्च प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं भी किसान का बेटा हूं। उनकी परेशानियों से मैं भली-भांति अवगत हूं। इसलिए हमारी सरकार किसान हितों की रक्षा में सदैव तत्पर रहती है। उन्होंने कहा कि राज्य में गेहूं के 2275 रुपये प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य के ऊपर 125 रुपये का बोनस प्रदान कर 2400 रुपये प्रति क्विंटल पर गेहूं खरीद की गई है। प्रदेश में 10 हजार सौर ऊर्जा संयंत्रों, 41 हजार हैक्टेयर क्षेत्रफल में ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर तथा 44 हजार हैक्टेयर क्षेत्रफल में स्प्रिंकलर संयंत्रों की स्थापना की गई है। सीएम ने कहा कि राज्य के 47 हजार किसानों को कृषि कनेक्शन जारी किए गए हैं। किसानों को बिजली के बिलों में 8 हजार करोड़ रुपये से अधिक का अनुदान दिया गया है। किसानों को पर्याप्त बिजली उपलब्ध कराने तथा प्रदेश को बिजली सरप्लस राज्य बनाने के लिए 2.24 लाख करोड़ के एमओयू किए गए हैं। प्रदेश के 80 हजार से अधिक किसानों को 350 करोड़ रूपये का अल्पकालीन फसली ऋण मिला है तथा 21 कस्टम हायरिंग केन्द्रों की स्थापना की जा रही है।
केन्द्रीय योजनाओं से प्रदेश के किसान हो रहे लाभान्वित
सीएम ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किसान कल्याण के लिए अनेक योजनाएं शुरू की हैं, जिनका लाभ प्रदेश के किसानों को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत लगभग 1 हजार 400 करोड़ रुपये के बीमा क्लेम का वितरण किया गया तथा 9 हजार पीएम किसान समृद्धि केंद्र स्थापित किए गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा सहकारी क्षेत्र में विश्व की सबसे बड़ी विकेन्द्रीकृत अनाज भंडारण योजना चलाई जा रही है।
किसानों की जल और बिजली आवश्यकता होगी पूरी
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में किसानों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध करवाकर खेती-किसानी को मजबूत बनाने का राज्य सरकार का संकल्प है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 21 जिलों में पानी की समस्या दूर करने के लिए ईआरसीपी को संशोधित पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना में शामिल कर भारत सरकार एवं मध्य प्रदेश के साथ एमओयू हुआ है। मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान-2.0 के तहत आगामी 4 वर्षों में 5 लाख जल संग्रहण ढांचे बनाए जाएंगे तथा 20 हजार फार्म पौण्ड स्थापित कर वर्षा का जल संग्रहित किया जाएगा।
सीएम ने कहा कि चीनी और गुड़ पर मंडी शुल्क को समाप्त कर दिया गया है। केंद्रीय सहकारी बैंकों के माध्यम से किसानों को 10 हजार करोड़ रुपये से अधिक का ब्याजमुक्त फसली ऋण उपलब्ध करवाया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य में 100 नई पैक्स का गठन किया गया है। पशुपालकों के लिए त्वरित पशु चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराने हेतु मोबाइल वेटेनरी सेवा प्रारंभ की गई है।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने राज सहकार व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा योजना के तहत पात्र महिलाओं को 10-10 लाख रुपये की सहायता राशि के चैक सौंपे। इस दौरान उन्होंने कृषि उपज मंडी प्रांगण में पीपल लगाकर वृक्षारोपण किया।
इस अवसर पर कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री कन्हैया लाल चौधरी, सहकारिता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गौतम कुमार दक, ऊर्जा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हीरालाल नागर, किसान आयोग के अध्यक्ष सी.आर.चौधरी, पूर्व सांसद सुखबीर सिंह जौनपुरिया, प्रमुख शासन सचिव कृषि एवं उद्यानिकी वैभव गालरिया, शासन सचिव सहकारिता शुचि त्यागी, रजिस्ट्रार सहकारिता अर्चना सिंह सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि, वरिष्ठ अधिकारी एवं बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री से मिली किसानों को सम्मान और संबल देने की प्रेरणा
सीएम ने कहा कि किसान भाइयों को सम्मान और संबल देने की प्रेरणा हमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिली है। उन्होंने प्रधानमंत्री पद की तीसरी बार शपथ लेते ही प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 17वीं किस्त जारी की। इस योजना के माध्यम से हर वर्ष किसानों के खातों में 6 हजार रुपये जमा करवाए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि से मिलेगी आर्थिक मदद..... बीज खरीदने के काम आएगी यह किस्त.....
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने समारोह में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विभिन्न जिलों के लाभार्थी किसानों से संवाद किया। डूंगरपुर के किसान शंकर लाल ने कहा कि पहले पीएम किसान सम्मान निधि के तहत 6 हजार रुपये मिलते थे। अब मुख्यमंत्री किसान सम्मन निधि के रूप में 8 हजार रुपये मिलेंगे। बढ़ी हुई राशि की पहली किस्त मिलने से बहुत खुशी हो रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री को सामाजिक पेंशन योजना के तहत प्रतिमाह 1150 रुपये की आर्थिक सहायता के लिए भी धन्यवाद दिया। नागौर के किसान कंवरा राम गोदारा ने कहा कि किसानों के हित में ऐतिहासिक फैसला लेकर मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की सौगात दी है, जिसके लिए उनका बहुत-बहुत धन्यवाद।
बारां निवासी किसान नन्द लाल ने कहा कि मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि की किस्त मिलने से उन्हें आर्थिक मदद मिली है। साथ ही, उन्हें व उनकी पत्नी को सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना का लाभ भी मिल रहा है। मुख्यमंत्री की ओर से मिल रही इस मदद व जनहित के फैसलों के लिए बहुत धन्यवाद। भरतपुर के किसान राकेश शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि में बढोतरी से उन्हें बहुत खुशी हो रही है। उन्होंने कहा कि शनिवार को क्षेत्र में बरसात हुई थी और आज रविवार को इस योजना का लाभ मिलने से बीज खरीदकर फसल उपजाएंगे।
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